हल्द्वानी: उत्तराखंड परिवहन विभाग पहले से ही करोड़ों रुपये के घाटे से जूझ रहा है, ऐसे में बारिश के कारण परिवहन विभाग को और नुकसान उठाना पड़ रहा है. लगातार बारिश और पर्यटन पीक सीजन खत्म हो जाने के कारण परिवहन विभाग की बसों में यात्रियों की संख्या में 15 से 20% की कमी आई है.
मुख्य परिवहन संचालक कुमाऊं परिक्षेत्र यशपाल सिंह ने बताया कि बारिश के कारण परिवहन निगम की बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. साथ ही उन्होंने बताया कि पर्यटन सीजन के दौरान यात्रियों की संख्या में काफी वृद्धि दर्ज की गई थी. साथ ही विभाग को ज्यादा राजस्व भी प्राप्त हुआ था, लेकिन प्रदेश में हो रही लगातार बारिश और पर्यटन सीजन खत्म होने के कारण यात्रियों की संख्या में गिरावट देखने को मिल रही है.
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उन्होंने बताया कि लंबी दूरी की बसों के संचालन में सबसे ज्यादा परेशानी आ रही है, क्योंकि लंबी दूरी की यात्रा के लिए बसों के लिए यात्री नहीं मिल पा रहे हैं, जिसके चलते लंबी रूटों पर बसों की संख्या में कटौती की गई है. साथ ही 15 से 20% यात्रियों की संख्या में गिरावट देखने को मिल रही है. इस घाटे को पूरा करने के लिए विभाग लंबी दूरी की बसों को नजदीक के क्षेत्रों में चला कर घाटे को पूरा कर रहा है.
वहीं यात्री न मिलने के कारण कई बसें डिपो में ही कई दिनों से खड़ी हैं. पिछले वर्ष परिवहन विभाग ने मई तक 14 करोड़ 13 लाख 66 हजार रुपये का राजस्व प्राप्त किया था. वहीं, इस वर्ष विभाग ने 12 करोड़ 87 लाख 5 हजार रुपये का ही राजस्व प्राप्त किया है.