रामनगर: वन प्रभाग तराई पश्चिमी एक नई पहल करने जा रहा है. वन विभाग की इस पहल के तहत पीपल के पेड़ को नया जीवन मिलेगा. डीएफओ हिमांशु बागड़ी के निर्देश पर 50 वर्षीय पीपल के पेड़ को काटने की बजाय ट्रांसप्लांट किया जा रहा है. इससे पीपल के पेड़ को एक नया जीवन मिलेगा.
डीएफओ हिमांशु बागड़ी ने कहा कि वन विभाग के लिए सभी पेड़ काफी महत्वपूर्ण होते हैं. पीपल का पेड़ जिसके साथ कई धार्मिक भावनाएं जुड़ी होती हैं, वह अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है. वन प्रभाग तराई पश्चिमी के बाजपुर क्षेत्र में दोराहा रोड पर एक पीपल का पेड़ है जो रोड चौड़ीकरण में कटने की कगार पर था. उस पेड़ को काटने की बजाय क्षेत्र के लोगों ने भी कहा कि इसको ट्रांसप्लांट किया जाए. इस पीपल के पेड़ को ट्रांसप्लांट करवा कर अन्य वन विभाग के परिसर में शिफ्ट किया जाएगा, जहां पर यह फिर से फल-फूल सके. इसके लिए दिल्ली से एक टीम को बुलाया गया है.
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टीम ने इस पीपल के पेड़ को ट्रांसप्लांट करने की कार्रवाई शुरू कर दी है. अभी खोद-खादकर पीपल के पेड़ की जड़ें काट दी गई हैं. कुछ समय बाद जब इसमें जड़ें पुनः आ जाएंगी तो इसको फिर से खोदकर अन्यत्र परिसर में शिफ्ट किया जाएगा, जहां पर ये फिर से बढ़ सकता है.