नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल में विभिन्न राज्यों से आने वाले सैलानी कोविड नियमों की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं. ताजा नजारा वीकेंड पर देखने को मिला है. पर्यटक बगैर RT-PCR निगेटिव रिपोर्ट के नैनीताल में प्रवेश कर रहे हैं. ऐसे में नैनीताल पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालों के घेरे में है.
दरअसल, जैसे-जैसे देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमीं आर रही है, वैसे-वैसे लोग कोरोना गाइडलाइन के नियमों का पालन करने में कोताही बरत रहे हैं. आलम ये है कि विभिन्न राज्यों से नैनीताल आने वाले पर्यटक, पर्यटन स्थलों पर बिना मास्क के देखे जा सकते हैं. ना तो उन्हें कोरोना का डर है और ना ही पुलिस प्रशासन का खौफ. ऐसे में क्षेत्र में कोरोना महामारी फिर से फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है.
वहीं, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पिंचा का कहना है कि जो सैलानी उत्तराखंड में कोविड 19 नियमों का उलंघन करते पाए जाएंगे उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के बॉर्डर वाले जिलों को इस ओर पैनी नजर रखने के आदेश भी दिए गए हैं.
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काठगोदाम-नैनीताल रोड पर सुबह से लगा रहा जाम
वीकेंड के मौके पर काठगोदाम-नैनीताल रोड पर सुबह से ही जाम लगा रहा. बाहर से आने वाले सैलानी घंटों तक जाम में फंसे रहे. यातायात को सुचारू करने के लिए काठगोदाम पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. उधर, हल्द्वानी से पुलिस और ट्रैफिक के कर्मियों को जाम खुलवाने के लिए मोर्चे पर लगाया गया.
जिसके बाद यातायात सुचारू हो सका. इस दौरान सड़कों पर वाहन काफी देर तक रेंगते नजर आए. बताया जा रहा है कि काठगोदाम से लेकर भुजियाघाट तक करीब 4 से 5 किलोमीटर के बीच लंबा जाम लगा रहा. ऐसे में बाहर से आने वाले पर्यटकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.