रामनगर/देहरादून: गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू हो गई है. चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह से कोई समस्या न हो, इसके लिए सरकार पूरी तैयारी है और प्रदेश में भव्य चारधाम यात्रा का आयोजन हो रहा है. पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि यमुनोत्री के लिए अभीतक 55,093, गंगोत्री के लिए 56,209, केदारनाथ के लिए 1,15,049 और बदरीनाथ धाम के लिए 88,095 श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन आवेदन किया है. चारोंधामों के लिए कुल 3,15,446 श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया है. चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं को किसी तरह की समस्या न आए, इसके लिए सरकार ने पूरी व्यवस्था कर रखी है.
रात 10 से 4 बजे तक आवाजाही बंद: डीजीपी अशोक कुमार ने चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से अपील है कि वे ड्राइवर पर जल्दी के लिए आनावश्यक दबाव न बनाएं. इसके अलावा रात में 10 बजे से सुबह 4 बजे तक चारधाम यात्रा मार्ग को वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित रखा गया है. वहीं, उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने भी चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कुछ सुझाव जारी किए हैं, ताकि उन्हें किसी समस्या से दो-चार न होना पड़े.
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि 6 मई को केदारनाथ व 8 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुल रहे हैं. इसके अलावा 22 मई को हेमकुंड साहिब धाम के कपाट खुल रहे हैं. पांचों धाम में जाने वाले श्रद्धालु पहले अपना रजिस्ट्रेशन जरूर करा लें. रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से होगा. हालांकि इस बार कोविड आरटीपीसीआर और वैक्सीन की डबल डोज का सर्टिफिकेट लाने की अनिवार्यता नहीं रखी गई हैं.
हेलीकॉप्टर सेवा के लिए भी सलाह दी: डीजीपी अशोक कुमार ने चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को हेलीकॉप्टर सेवा के लिए भी सलाह दी है. उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर 70 प्रतिशत ऑनलाइन बुकिंग की जा रही है और 30 प्रतिशत ऑनटाइम की जाएगी. फिलहाल मई-जून तक की ऑनलाइन बुकिंग फुल है. हेली सेवा की ऑनलाइन बुकिंग अधिकृत बेवसाइट से ही करें. ताकि हेली सेवा के नाम पर श्रद्धालुओं से फ्रॉड करने वाले लोगों से बचा जा सके.
श्रद्धालु जीएमवीएन (गढ़वाल मंडल विकास निगम) की बेवसाइट gmvnonline.com से हेलीकॉप्टर बुक कर सकते (Helicopter service to Kedarnath Dham) हैं. केदारनाथ धाम के लिए हेलीकॉप्टर सेवा गुप्तकाशी, फाटा और सिरसी से उपलब्ध है. गुप्तकाशी से आने-जाने का किराया 7750 रुपए, फाटा से 4720 रुपए और सिरसी से 4680 रुपए है.
पुलिस देगी मौसम की जानकारी: पहाड़ों पर अक्सर मौसम खराब हो जाता है. ज्यादा बारिश होने पर लैंडस्लाइन का खतरा भी बना रहता है. ऐसे में कई बार यात्रियों को मुश्किलों का सामना भी करना पड़ता है. यही कारण है कि उत्तराखंड पुलिस भी मौसम और मार्ग से जुड़ी तमाम जानकारी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपेडट करती रहेगी. ताकि यात्रियों को समय से सारी जानकारी मिलती रहे और उन्होंने किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े. यात्रियों की सहायता के लिए स्थानीय पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें जगह-जगह तैनात की गई हैं.