नैनीताल: रामगढ़ में मलबे में दबे लोगों की तलाश में 18 अक्टूबर को शुरू किया गया रेस्क्यू ऑपरेशन 168 घंटे बाद सोमवार को बंद कर दिया गया है. तीन लोगों का अभी भी पता नहीं चल पाया है. लापता लोगों में दो मजदूर और एक ग्रामीण है. जबकि रेस्क्यू टीम ने 7 शवों को निकाल लिया था.
बता दें कि बीती 18 अगस्त को रामगढ़ ब्लॉक के झुतिया गांव में बारिश के कारण आई आपदा में एक मकान पूरी तरह क्षतिगस्त हो गया था. मकान के मलबे में 9 मजदूर दब गए थे. मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया गया. एक हफ्ते चले रेस्क्यू अभियान में 7 मजदूरों के शव को निकाल लिए गए थे. लेकिन 2 मजदूरों और एक ग्रामीण का कुछ पता नहीं चल पाया है.
पढ़ें- उत्तराखंड आपदा: 9 में से 7 मजदूरों के शव मिले, 2 अभी भी मलबे में दबे
168 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी जब एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम को कोई सफलता नहीं मिली तो सोमवार को रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया. रामगढ़ थाने के एसआई मनोज कुमार ने बताया कि रविवार सुबह से टीमों ने रतिघाट से रामगढ़ तक रेस्क्यू अभियान शुरू था, लेकिन देर रात तक शव नहीं मिले. सोमवार को सात दिन के बाद अभियान रोक दिया गया. नैनीताल के एसडीएम प्रतीक जैन ने बताया कि एसडीआरएफ ने रेस्क्यू पूरा कर लिया है. तीन शव अभी नहीं मिल पाए हैं, जिसकी तलाश अब स्थानीय टीम से करवाई जाएगी.