हल्द्वानी: नैनीताल के हल्द्वानी के फतेहपुर रेंज में लोगों के लिए दहशत बन चुका बाघ को मारने के लिए बुलाए शिकारियों को वापस भेजा जा रहा है. शिकारियों का तीन सदस्य दल पिछले 2 दिनों से जंगल में डेरा डाले हुआ था. लेकिन अब वन विभाग ने उनको बीच में ही अभियान रोकने के निर्देश दे दिए हैं. इसके बाद शिकारियों का दल वापस लौट गया है. ऐसे में वन विभाग ने नए सिरे से अभियान चलाकर आदमखोर बाघ को पकड़ने के लिए गुजरात से ग्रीन जोलॉजिकल रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन किंगडम की 36 सदस्य दल को बुलाया है, जिसने अभियान शुरू कर दिया है.
मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक पराग मधुकर धकाते ने बताया कि वाइल्ड लाइफ के निर्देश के बाद प्राइवेट शिकारियों को वापस बुलाया गया है. ऐसे में अब विभाग के शिकारी और रेस्क्यू की टीम बाघ को पकड़ने या मारने करने की कार्रवाई करेगा. उन्होंने कहा कि विभाग की पहली प्राथमिकता है कि बाघ को ट्रेंकुलाइज कर उसको पकड़ा जाए. गौरतलब है कि फतेहपुर रेंज में आतंक का पर्याय बन चुके बाघ पिछले 3 महीनों में 6 लोगों को अपना निवाला बना चुका है. ऐसे में स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है,
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डीएफओ सीएस जोशी का कहना है कि बाघ को पकड़ने के लिए विभाग के टीम के साथ-साथ जामनगर गुजरात से ग्रीन जोलॉजिकल रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन किंगडम की 36 सदस्य टीम को लगाया गया है जो बाघ को ट्रेंकुलाइज करने के साथ-साथ उसको रेस्क्यू करेगा. टीम में वाइल्ड लाइफ के एक्सपर्ट के साथ-साथ वन्य जीव के एक्सपर्ट डॉक्टर टीम भी है. इसके लिए चार-चार लोगों की टीम बनाई गई है, जो रेंज के अलग-अलग हिस्सों में जाकर बाघ को रेस्क्यू करने का काम करेंगे.