नैनीताल: उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते विभिन्न जगहों पर देश-विदेश के पर्यटक फंसे हुए हैं. लेकिन, इस संकट की घड़ी में कुछ लोग मजबूरियों का फायदा उठाकर अधिक पैसा वसूल रहे हैं. ऐसा ही एक मामला नैनीताल से सामने आया है. एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक भारी बारिश और भूस्खलन के कारण नैनीताल में फंसे पर्यटकों का कहना है कि टैक्सी चालकों द्वारा उनसे सामान्य से अधिक किराया वसूला जा रहा है.
कोलकाता की पर्यटक ओलिविया गांगुली के मुताबिक भारी बारिश के कारण लोग नैनीताल में फंसे हुए हैं. रात 10 बजे काठगोदाम से कोलकाता के लिए ट्रेन है. लेकिन, पता नहीं हम वहां कैसे पहुंचेंगे. क्योंकि शहर में इक्का-दुक्का बसें ही चल रही हैं. टैक्सी ड्राइवर शेयरिंग के 500-600 और पूरी गाड़ी के 3 हजार से 3,500 रुपये की मांग रहे हैं. जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
नैनीताल के ट्रैक्सी ड्राइवर दीपक का कहना है कि हल्द्वानी का रास्ता बंद है. हम कालाढूंगी से जा रहे हैं. इसलिए ज्यादा चार्ज कर रहे हैं. हल्द्वानी से नैनीताल पहुंचने में मुझे 3 दिन लग गए. क्योंकि सड़कें बह गई हैं. ऐसे में टैक्सी ड्राइवर सिर्फ 300 रुपये मांग रहे हैं. लेकिन, यात्री इसे भी ज्यादा बता रहे हैं.
ये भी पढ़ें: कोसी में बह गए चुकुम गांव के 2 दर्जन घर, 50 जिंदगियां जंगल में फंसी, मौके पर पहुंचा ETV
नैनीताल में 30 लोगों की मौत: राज्य में तीन दिनों हुई भारी बारिश के चलते उत्तराखंड में सबसे ज्यादा नुकसान नैनीताल जनपद को उठाना पड़ा है. इन तीन दिनों में हुई बारिश की वजह से नैनीताल में 30 से अधिक लोगों की जान गई है. तो वहीं 50 करोड़ से अधिक की सरकारी संपत्ति की बर्बाद हुआ है. जिलाधिकारी ने बताया कि आपदा से सबसे ज्यादा नुकसान कैची धाम-अल्मोड़ा मार्ग पर हुआ है. जहां मलबा आने और सड़क टूटने से काफी क्षति हुई है. जहां भारी संख्या में पर्यटक फंस गए थे. जिनको आर्मी के जवानों ने सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर बाहर निकाला था. कुछ जगहों पर अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. जहां एयर फोर्स के टीम के साथ-साथ स्थानीय पुलिस और एसडीआरएफ की टीम काम कर रही है.