हल्द्वानी: प्रदेश में डेंगू महामारी का रूप ले चुका है. डेंगू की रोकथाम को लेकर राज्य सरकार, स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के सारे दावे हवाई हवा साबित हुए है. प्रदेश में डेंगू के बढ़ते मामलों और संबंधित विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर कांग्रेस ने कुछ दिनों पहले राज्यपाल से शिकायत भी की थी. वहीं, अब कांग्रेस ने हल्द्वानी में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
गुरुवार को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य सुमित हृदयेश ने इस मामले को लेकर प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र सरकार और हल्द्वानी नगर निगम डेंगू की रोकथाम में नाकाम साबित हुआ है.
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सुमित हृदयेश ने निगम पर आरोप लगाया कि डेंगू की रोकथाम के लिए शहर में फॉगिंग और कीटनाशक दवाइयों के नाम पर सिर्फ औपचारिकता पूरी की गई. यहीं कारण है कि हल्द्वानी में डेंगू के कारण 14 लोगों की मौत हो चुकी है.
हृदयेश का कहना है कि डेंगू से 2000 लोग ग्रसित हो चुके हैं, जबकि 14 लोगों की मौत हो चुकी है. हल्द्वानी के मेयर जोगिंदर रौतेला ने इससे निपटने के लिए कोई प्लान नहीं तैयार किया. फागिंग और कीटनाशक दवाइयों के नाम पर सिर्फ लाखों रुपए बर्बाद किए गए. कीटनाशक दवाइयों का टेंडर गलत कंपनियों को दिया गया. आरटीआई से इस मामले की जानकारी ली जा रही है. प्रथम दृष्टया पूरी तरह से इसमें भ्रष्टाचार लग रहा है.
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हृदयेश ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर सवाल खड़े किए है. उन्होंने कहा कि सीएम 650mg पेरासिटामोल टेबलेट लेने की बात कह कर पल्ला झाड़ रहे हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री अब डॉक्टर बन गए हैं. हृदयेश ने मुख्यमंत्री और हल्द्वानी मेयर को चेतावनी दी है कि अगर डेंगू पर जल्द काबू नहीं पाया गया तो कांग्रेस सड़कों पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगी.