नैनीताल: उत्तरप्रदेश से एक नीली बत्ती लगी गाड़ी कई थानों और चौकियों से होती हुई नैनीताल पहुंचती है. पर्यटन सीजन के दौरान चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद कही जाने वाली पुलिस के नाक के नीचे से यह गाड़ी निकल जाती है, लेकिन पुलिस को खबर तक नहीं लगती. खास बात यह है कि यह नीली बत्ती किसी सरकारी गाड़ी में नहीं बल्कि एक प्राइवेट गाड़ी में लगी हुई थी.
उत्तरप्रदेश से नैनीताल पहुंची इस गाड़ी में बैठे किसी भी व्यक्ति को नीली बत्ती लगाने का अधिकार नहीं था. बावजूद इसके इस गाड़ी को जिले भर में किसी ने नहीं रोका. जिसके बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं.
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गाड़ी में बैठे व्यक्ति अपने आप को उत्तर प्रदेश के आगरा के आईजी बताकर नैनीताल पुलिस के सिपाहियों को हनक दिखा रहा था. इसके बाद नैनीताल पुलिस ने इस व्यक्ति को पकड़कर पूछताछ की. साथ ही उसकी गाड़ी से नीली बत्ती उतरवाकर उसका दो हजार का का चालान किया गया.
पुलिस पूछताछ में व्यक्ति ने बताया कि उसके पिता उत्तर प्रदेश में पहले आईजी रह चुके हैं. जो अब रिटायर हो चुके हैं. इसीलिए वह अपनी गाड़ी में नीली बत्ती लगाकर घूम रहा था. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उसकी गाड़ी से नीली बत्ती उतरवाई और उसका चालन कर उसको आगे से ऐसा न करने की हिदायत देकर छोड़ दिया.