हल्द्वानी: क्षेत्र के मुखानी निवासी दीपक कुमार अपने ससुर के डेथ सर्टिफिकेट के लिए पिछले 6 महीनों से दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. ससुर के डेथ सर्टिफिकेट बनाने के लिए दीपक कुमार ने करीब ₹30 हजार खर्च भी कर दिए. डेथ सर्टिफिकेट के लिए दीपक कुमार उधम सिंह नगर जिला और पुलिस प्रशासन के साथ-साथ नैनीताल जिला और पुलिस प्रशासन के साथ सभी कागजी कार्रवाई भी कर चुके हैं, बावजूद इसके दोनों जिलों ने डेथ सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया है. ऐसे में मजबूर होकर दीपक ने नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश से मुलाकात कर ससुर का डेथ सर्टिफिकेट बनवाने की गुहार लगाई है.
नेता प्रतिपक्ष से लगाई मदद की गुहार. हल्द्वानी के मुखानी का रहने वाला दीपक कुमार का कहना है कि 6 महीने पहले उनके ससुर चतुर सिंह की लाश कालाढूंगी के बनखंडी जंगल में बरामद हुई थी. उस दौरान उनकी हत्या की गई थी, हत्या के आरोप में पुलिस ने ससुर के बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. हत्या के दौरान ससुर की डेड बॉडी उधम सिंह नगर और नैनीताल जनपद की सीमा पर थी. इस दौरान उधम सिंह नगर पुलिस ने उनके ससुर का पंचनामा कर पोस्टमार्टम काशीपुर में करवाया. इसके बाद पता चला कि हत्या के दौरान डेड बॉडी नैनीताल जनपद सीमा थी, उधम सिंह नगर पुलिस अपनी गलती के बाद दीपक कुमार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट सहित सभी कागज दे दिए.दीपक जब अपने ससुर का डेथ सर्टिफिकेट बनाने के लिए तहसील में आवेदन किए, तो कालाढूंगी जिला प्रशासन ने पोस्टमार्टम सहित अन्य करवाई उधम सिंह नगर जिले में होने की बात कहकर आवेदन को रद्द कर दिया. जिसके बाद दीपक कुमार उधम सिंह नगर जिला प्रशासन से डेथ सर्टिफिकेट बनाने का आवेदन किए, तो उधम सिंह नगर जिला प्रशासन मामला नैनीताल जनपद का बताते हुए आवेदन को निरस्त कर दिया.
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जिसके बाद से दीपक कुमार दोनों जिलों के जिलाधिकारी से गुहार लगाई, लेकिन 6 महीने बीत जाने के बाद भी उसके ससुर का डेथ सर्टिफिकेट नहीं बन पा रहा है. दीपक कुमार का कहना है कि डेथ सर्टिफिकेट बनाने के लिए पिछले 6 महीने से दर-दर की ठोकरें खा रहा है, ऐसे में मजबूर होकर अब उसने नेता प्रतिपक्ष से मुलाकात कर मदद की गुहार लगाई है.