हल्द्वानी: शहर में गर्मी के मौसम में पेयजल संकट गहराता जा रहा है. जिसके बारे में लोगों को लगता था कि इसकी मुख्य वजह जीवनदायिनी गौला नदी का जल स्तर कम होना है. लेकिन हल्द्वानी में पेयजल किल्लत होने की मुख्य वजह सामने आई है 'लीकेज'. जिसके कारण शहर में रोज लाखों लीटर पेयजल ऐसे ही बर्बाद हो रहा है. कई बड़े लीकेज हैं जिनसे अमूल्य पेयजल रिस-रिस कर बर्बाद हो रहा है.
नहीं बदली जा रही सालों पुरानी पाइप लाइन: लीकेज होने की मुख्य वजह सामने आ गई है. सालों पुरानी पेयजल लाइनें, जिनको कई जगह बदला नहीं जा रहा है. कई जगहों को चिन्हित भी किया गया और कई जगह पाइप लाइन इतनी नीचे है कि उनको खोज कर मरम्मत करना बेहद मुश्किल है. इस वजह से पानी ना के बराबर जा पाता है और लोग मोटर का प्रयोग करने लगते हैं.
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जल संस्थान को रहना चाहिये अवेयर: मंडल आयुक्त कुमाऊं दीपक रावत के पास कई शिकायतें लीकेज को लेकर आई हैं. उन्होंने इनका संज्ञान लेते हुए पेयजल अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए हैं. मंडल आयुक्त कुमाऊं का कहना है कि लीकेज की वजह से एक तो पानी बर्बाद होता है और दूसरी तरफ सड़कें टूटने लग जाती हैं. लिहाजा जल संस्थान को यह कहा गया है कि वह जनता की शिकायत का इंतजार ना करें. खुद विभाग इसकी मॉनिटरिंग करें कि शहर में किस जगह कितना लीकेज हैं और उनको किस दिन रिपेयर कराया जाना है.
वर्तमान में दमवाढूंगा, गोजा जाली और फतेहपुर में कई जगहों पर लीकेज की समस्या आ रही है. कई जगह तो ट्यूबवेल से जाने वाले लाइनों में भी लीकेज है, इससे पेयजल आपूर्ति में बाधा उत्पन्न होती है.