हल्द्वानी: बढ़ती तेल की कीमतों के बाद अब इलेक्ट्रिक वाहनों (Haldwani Electric Vehicle) की बिक्री में लगातार इजाफा हो रहा है. इलेक्ट्रिक वाहन अब लोगों की पहली पसंद बनते जा रहे हैं. यही कारण है कि अब सड़कों पर धीरे-धीरे इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या में वृद्धि हो रही है. लोगों की मानें तो उनको पेट्रोल-डीजल गाड़ियों के मुकाबले इलेक्ट्रिक वाहन किफायती लग रहे हैं.
हल्द्वानी परिवहन संभाग में लगातार इलेक्ट्रिक वाहनों की रजिस्ट्रेशन की संख्या में वृद्धि हो रही है. स्कूटी के बाद अब इलेक्ट्रिक कार के रजिस्ट्रेशन के लिए हल्द्वानी आरटीओ कार्यालय में लोग पहुंच रहे हैं. हल्द्वानी संभाग आरटीओ कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक 1416 दोपहिया इलेक्ट्रिक स्कूटर, 12000 E रिक्शा, 298 लोडेड ई रिक्शा, जबकि 69 इलेक्ट्रिक कार रजिस्टर्ड हैं. परिवहन विभाग के मुताबिक अक्टूबर माह में रिकॉर्ड तोड़ 14 इलेक्ट्रिक कार रजिस्टर्ड की गई हैं.
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जानकारों की मानें तो पेट्रोल के मुकाबले इलेक्ट्रिक वाहन बेहद ही लाभदायक हैं और यह एक बार चार्ज करने पर करीब 55 से 150 किलोमीटर तक चार्जिंग वाली स्कूटी आ रही है, जो पेट्रोल के मुकाबले काफी किफायती पड़ रही है. यहां तक कि इलेक्ट्रिक वाहन से पर्यावरण पर भी कोई असर नहीं पड़ रहा है. संभागीय परिवहन अधिकारी हल्द्वानी संदीप सैनी (Haldwani RTO) ने बताया कि लोगों में इलेक्ट्रिक वाहन का क्रेज बढ़ा (Electric vehicle craze increased) है. यही कारण है कि आरटीओ कार्यालय में इलेक्ट्रिक वाहन रजिस्टर करने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. उन्होंने कहा कि वाहनों का मोटर व्हीकल एक्ट के तहत आरटीओ कार्यालय में रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है.