हल्द्वानी: पहले से घाटे की मार झेल रहे उत्तराखंड परिवहन निगम को एक बार फिर से झटका लगा है. हल्द्वानी संभाग के अंतर्गत आने वाले पांच डिपो ने अपने बसों के बढ़े टैक्स को पिछले 7 महीनों से आरटीओ में जमा नहीं किया है. ऐसे में अब परिवहन विभाग ने परिवहन निगम को टैक्स जमा करने के लिए नोटिस जारी (RTO issued notice) करने की कार्रवाई शुरू कर दी है, जिससे कि बढ़े हुए टैक्स को तुरंत जमा कराई जा सके.
हल्द्वानी आरटीओ संदीप सैनी (RTO Sandeep Saini) ने बताया कि हल्द्वानी संभागीय अंतर्गत अलग-अलग 5 रोडवेज डिपो में करीब 390 रोडवेज की बसें चलती हैं, जो अलग-अलग आरटीओ कार्यालय में रजिस्टर्ड हैं. नवंबर 2021 से नए एक्ट के तहत और उत्तर प्रदेश के रोडवेज की बसों की टैक्स में वृद्धि की गई है.
उन्होंने बताया कि पूर्व में रोडवेज के बसों की यात्री टैक्स प्रति किलोमीटर की रेट से लिए जाते थे, लेकिन नए एक्ट के तहत अब ₹400 प्रति सीट मैदानी क्षेत्र और ₹200 प्रति सीट पहाड़ी क्षेत्रों में भी जानी है, जो नवंबर 2021 से वृद्धि की गई है. लेकिन रोडवेज द्वारा बढ़े हुए टैक्स को पिछले 7 महीनों से जमा नहीं किया गया है, जो करीब 50 लाख रुपए से अधिक का बकाया है. ऐसे में बकाया वसूली के लिए अब परिवहन विभाग रोडवेज के आरएम और रोडवेज डिपो अधिकारी को नोटिस जारी की कार्रवाई शुरू कर दिया है.
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उन्होंने बताया कि हल्द्वानी डिपो की 164, टनकपुर डिपो की 140, रुद्रपुर डिपो की 30, काशीपुर डिपो की 20 और रामनगर डिपो की 14 बसें अलग-अलग आरटीओ कार्यालय में रजिस्टर्ड हैं. आरटीओ संदीप वर्मा ने कहा है कि रोडवेज आरएम और रोडवेज डिपो अधिकारियों को नोटिस जारी कर बकाया राशि को तुरंत जमा करने के निर्देश दिए जा रहे हैं. बकाया राशि जमा नहीं करने की स्थिति में परिवहन विभाग के बसों की जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी.