रामनगर: कोसी बैराज से सिंचाई के लिए नहरों के जरिये रामनगर से होते हुए कई ग्रामीण क्षेत्रों में पानी जाता है. वहीं रामनगर से छोई के लिए जाने वाली एक मात्र सिंचाई नहर के धंसने की सूचना पर विभाग ने नहर की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है. आपको बता दें कि कोसी बैराज नहर अंग्रेजों के टाइम की बनी नहर है. इसपर स्थित पार्क के नीचे से ये नहर अंडरग्राउंड होते हुए छोई और आसपास के क्षेत्रों में जाती है.
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इस विषय में जानकारी देते हुए सिंचाई विभाग के जेई जावेद अहमद ने बताया कि नहर पूरी तरह कोसी बैराज पर बने पार्क के नीचे से अंडरग्राउंड है. जावेद ने बताया कि नहर के ऊपर लोगों के लिए बैठने के लिए सीमेंटेड कुर्सियां बनाई गई हैं. विभाग द्वारा कुछ दिनों से देखा जा रहा था की वो पूरी जमीन धीरे-धीरे धंस रही है. उसके बाद निरीक्षण कर पता लगा कि शायद इसके नीचे बनी नहर टूट गयी है.
अनुमान लगाया गया कि नहर के ऊपर बनी सीमेंटेड स्लैब टूट गयी है. जिसके चलते ऊपर से मिट्टी भी धीरे-धीरे नीचे बैठ रही है, जिससे सिंचाई नहर बंद हो सकती है और काश्तकारों के सामने पानी की समस्या पैदा हो सकती है. जावेद ने बताया कि समस्या को देखते हुए 8 मीटर की जेसीबी और लेबरों की मदद से खुदाई की गई. इस दौरान यह पाया गया कि नहर का स्लैब 2 जगह से टूटा पड़ा है, जिसका निर्माण कार्य प्रगति पर है.