हल्द्वानी: प्रदेश में हाथियों की बढ़ती संख्या के साथ-साथ उनका संरक्षण करना वन विभाग के लिए चुनौती है. ट्रेन दुर्घटना में वन्यजीवों की मौत को लेकर वन विभाग द्वारा किए गए प्रयासों में लगातार असफलता हाथ लगी है. ऐसे में इन हादसों को रोकने के लिए ट्रेनों में एक ऐसी डिवाइस लगाई जाएगी, जिससे ट्रेन ड्राइवर को पहले ही ट्रैक पर वन्यजीवों की मौजूदगी का पता चल सकेगा और ट्रेन को रोक सकेगा. जिससे रेलवे ट्रैक पार करते समय होने वाली दुर्घटनाओं पर लगाम लग सकेगी.
प्रदेश में ट्रेन दुर्घटना में लगातार हो रही वन्यजीवों की मौत पर वन विभाग ने भी चिंता जाहिर की है. उत्तराखंड मुख्य वन संरक्षक जयराज ने बताया कि प्रदेश के जंगलों में हाथियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. ऐसे में हाथियों का संरक्षण करना वन विभाग के लिए बड़ी चुनौती है. ऐसे में इन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे विभाग से वार्ता की जा रही है. जिससे कि हाथी बाहुल्य क्षेत्रों में चलने वाली ट्रेनों में डिवाइस लगाई जा सके. डिवाइस के माध्यम से जंगलों से गुजरने वाले रेलवे ट्रैक के किनारे रहने वाले वन्यजीवों की निगरानी की जा सके. उन्होंने बताया कि जल्द इस पर काम पूरा कर लिया जाएगा.
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जयराज का कहना है कि ट्रेन ड्राइवरों को भी निर्देशित किया गया है कि राजाजी नेशनल पार्क और हाथियों के मूवमेंट वाले संवेदनशील इलाकों में ट्रेन की गति 30 किलोमीटर प्रति घंटा चलाई जाए, जिससे कि इन हादसों को रोका जा सके.