हल्द्वानी: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत गैरसैंण में प्रदेश सरकार के खिलाफ एक दिवसीय उपवास पर बैठे हैं. ऐसे में हरदा के गैरसैंण को लेकर इस उपवास का राज्य आंदोनकारियों ने भी समर्थन किया है. राज्य आंदोलनकारियों का कहना है कि गैरसैंण में ठंड का हवाला देकर शीतकालीन सत्र नहीं कराया जाना, उत्तराखंड और राज्य आंदोलनकारियों का अपमान है. वहीं, उत्तराखंड की स्थायी राजधानी गैरसैंण में बननी चाहिए. इस मौके पर आंदोलनकारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
बुधवार को राज्य आंदोलनकारी और कांग्रेस नेता हरेंद्र क्यूरा के नेतृत्व में हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में हरीश रावत के समर्थन में एक दिवसीय धरना दिया. इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि गैरसैंण में ठंड का हवाला देकर शीतकालीन सत्र नहीं कराया जाना उत्तराखंड और राज्य आंदोलनकारियों का अपमान होना है. उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित की जानी चाहिए. साथ ही सरकार को गैरसैंण में विधानसभा सत्र कराना चाहिए.
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राज्य आंदोलनकारियों का कहना है कि जिन उद्देश्यों के लिए उत्तराखंड राज्य के गठन की मांग उठी थी, वह उद्देश्य अबतक पूरा नहीं हो पाया है. पहाड़ की राजधानी पहाड़ में ही बने ये राज्य आंदोलनकारियों का सपना है. ऐसे में जबतक गैरसैंण को स्थायी राजधानी नहीं बनाया जाता तबतक उनका ये आंदोलन जारी रहेगा.