हल्द्वानी: जिले में वाहनों का दबाव कम करने एवं पार्किंग की व्यवस्था दूर करने को लेकर सरकार की ओर से काठगोदाम के रानीबाग से नैनीताल तक रोप-वे निर्माण की कार्रवाई की जा रही है. इसी के तहत में जिला प्रशासन ने रोप-वे निर्माण के लिए रानीबाग स्थित एचएमटी फैक्ट्री की भूमि को पर्यटन विभाग को हस्तांतरित करने के लिए शासन को प्रपोजल भेजा है. जिससे कि रोप-वे निर्माण की राह आसान हो सकें.
जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि रानीबाग से नैनीताल तक रोप-वे निर्माण के लिए एचएमटी फैक्ट्री कि राज्य सरकार की भूमि को पर्यटन विभाग को हस्तांतरित करने के लिए प्रपोजल भेजा गया है. भूमि हस्तांतरण के बाद ही रोप-वे निर्माण कार्य की आगे की कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि, नैनीताल में लगातार बढ़ते वाहनों के दबाव एवं पार्किंग की समस्या को देखते हुए राज्य सरकार ने वर्ष 2018 में रोप-वे निर्माण की करवाई को आगे बढ़ाते हुए सर्वे कराया था. जिससे की रोप-वे का निर्माण हो सकें. रानीबाग से नैनीताल की सड़क मार्ग की दूरी 35 किलोमीटर है. लेकिन रोप-वे के निर्माण हो जाने से नैनीताल की दूरी 11 किलोमीटर रह जाएगी. ऐसे में जहां पर्यटकों को आने जाने में आसानी होगी तो वही नैनीताल में बढ़ते यातायात और पार्किंग के दबाव भी खत्म होगा. इस प्रोजेक्ट को लेकर केंद्र सरकार ने भी रुचि दिखाई है. केंद्र और राज्य सरकार ने इस प्रोजेक्ट को अपने ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल किया है.
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जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल का कहना है कि प्रथम चरण में भूमि का हस्तांतरण की कार्रवाई की गई है. पर्यटन विभाग के पास भूमि के हस्तांतरण हो जाने के बाद डीपीआर तैयार कर शासन को भेजा जाएगा. जिससे कि रोप-वे निर्माण की आगे की कार्रवाई हो सके.