ETV Bharat / state

मुख्यमंत्री उपचुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ा, BJP- कांग्रेस आमने-सामने - पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल

उत्तराखंड में उपचुनाव होगा या नहीं इस पर भी संशय बरकरार है, लेकिन उससे पहले सियासी पारा चढ़ा हुआ है. कांग्रेस और बीजेपी एक-दूसरे को इस मुद्दे पर घेरने में लगे हैं.

uttarakhand by-election
हल्द्वानी लेटेस्ट न्यूज
author img

By

Published : Jun 27, 2021, 9:51 AM IST

हल्द्वानी: उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के चुनाव को लेकर सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है. उत्तराखंड में उपचुनाव होगा या नहीं, यह फैसला तो चुनाव आयोग को लेना है. लेकिन मुख्यमंत्री की सीट पर उपचुनाव के बहाने ही सही कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने आ गए हैं. वहीं, सियासी बयानबाजी का दौर लगातार जारी है.

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि राज्य के सियासी संकट के लिए बीजेपी स्वयं ही जिम्मेदार है, क्योंकि अगर मुख्यमंत्री के चुनाव लड़ने की इच्छा होती तो सल्ट विधानसभा उपचुनाव में सीट खाली थी. मुख्यमंत्री रहते तीरथ सिंह रावत उस सीट से चुनाव लड़ सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इसका मतलब बीजेपी चाहती ही नहीं है कि राज्य में उपचुनाव हो.

उत्तराखंड में उपचुनाव पर संशय बरकरार.

पढ़ें- शहीद मनदीप सिंह नेगी को श्रद्धांजलि देने उनके गांव जाएंगे CM तीरथ

बीजेपी के प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि अगर कांग्रेस में दम है तो वह चुनाव लड़ने के लिए मैदान में आए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती ही नहीं कि उपचुनाव हो, क्योंकि सल्ट विधानसभा के उपचुनाव में कांग्रेस को जिस तरीके से हार मिली है उससे कांग्रेस डर गई है. लिहाजा, मुख्यमंत्री के पास चुनाव लड़ने के लिए सितंबर तक का समय है और चुनाव होगा या नहीं, यह कांग्रेस नहीं बल्कि चुनाव आयोग तय करेगा.

हल्द्वानी: उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के चुनाव को लेकर सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है. उत्तराखंड में उपचुनाव होगा या नहीं, यह फैसला तो चुनाव आयोग को लेना है. लेकिन मुख्यमंत्री की सीट पर उपचुनाव के बहाने ही सही कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने आ गए हैं. वहीं, सियासी बयानबाजी का दौर लगातार जारी है.

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि राज्य के सियासी संकट के लिए बीजेपी स्वयं ही जिम्मेदार है, क्योंकि अगर मुख्यमंत्री के चुनाव लड़ने की इच्छा होती तो सल्ट विधानसभा उपचुनाव में सीट खाली थी. मुख्यमंत्री रहते तीरथ सिंह रावत उस सीट से चुनाव लड़ सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इसका मतलब बीजेपी चाहती ही नहीं है कि राज्य में उपचुनाव हो.

उत्तराखंड में उपचुनाव पर संशय बरकरार.

पढ़ें- शहीद मनदीप सिंह नेगी को श्रद्धांजलि देने उनके गांव जाएंगे CM तीरथ

बीजेपी के प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि अगर कांग्रेस में दम है तो वह चुनाव लड़ने के लिए मैदान में आए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती ही नहीं कि उपचुनाव हो, क्योंकि सल्ट विधानसभा के उपचुनाव में कांग्रेस को जिस तरीके से हार मिली है उससे कांग्रेस डर गई है. लिहाजा, मुख्यमंत्री के पास चुनाव लड़ने के लिए सितंबर तक का समय है और चुनाव होगा या नहीं, यह कांग्रेस नहीं बल्कि चुनाव आयोग तय करेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.