पिथौरागढ़: सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में अक्सर नाबालिगों की शादी होने के मामले सामने आते रहते हैं. नाबालिगों की शादी नहीं करने को लेकर पुलिस जन जागरूकता अभियान भी चलाती है, उसके बावजूद भी लोग लालच में आकर अपनी नाबालिग बच्चियों की शादी करवा रहे हैं. ऐसा ही मामला पिथौरागढ़ जनपद के गंगोलीहाट थाना क्षेत्र से सामने आया है. जहां पुलिस की तत्परता के चलते एक 15 वर्षीय नाबालिग की शादी होने से बच गई. फिलहाल पुलिस ने दोनों परिवारों को समझा-बुझाकर घर वापस भेज दिया है.
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई: थाना अध्यक्ष गंगोलीहाट मंगल सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम जड़तोला चिमटा में एक नाबालिग लड़की की शादी हो रही है. जब बारात घर पर पहुंच गई है उसके बाद पुलिस त्वरित कार्रवाई करते हुए थाने से शादी समारोह में पहुंची जहां नाबालिग की शादी हो रही थी. दूल्हा और दुल्हन दोनों शादी की रस्में निभा रहे थे. पुलिस टीम ने शादी को रूकवाया गया तथा जन्म प्रमाण पत्रों की जाँच की गई. जिसमें लड़की की उम्र 15 वर्ष 4 महीने पाई गई. जिसके बाद दोनों परिवारों की काउंसलिंग की गई तथा उनको बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के सम्बन्ध में कानूनी जानकारी देते हुए बताया गया कि नाबालिग की शादी कराना अपराध है.
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परिवार ने मानी अपनी गलती: दोनों परिवारों ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए बताया कि उन्हें कानून की जानकारी नही थी. अब वह लड़की के बालिग होने पर ही उसकी शादी करेंगे. इस सम्बन्ध में दोनों परिवारों द्वारा प्रार्थना पत्र दिया गया दिया गया कि बालिग होने पर ही शादी की जाएगी. पुलिस ने कहा कि अगर भविष्य में कोई इस तरह से शादी करते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. गौरतलब है कि पिथौरागढ़ जनपद नेपाल से लगे होने के चलते हैं वहां पर अक्सर नाबालिगों की शादी की घटनाएं सामने आती रहती है. पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ लोकेश्वर सिंह का कहना है कि बाल विवाह रोकने के लिए समय-समय पर पुलिस जन जागरूकता अभियान चलाती है. अगर भविष्य में इस तरह की घटनाएं होती है तो कार्रवाई की जाएगी.