रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के बिजरानी रेंज में ग्राम कानियां व उसके सीमावर्ती क्षेत्रों में बाघ की धमक से लोग खौफजदा थे. बाघ आए दिन मवेशियों को अपना निवाला बना रहे थे. जिसको लेकर लोगों में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है. लोगों ने कॉर्बेट प्रशासन ने बाघ के आतंक से निजात दिलाने की मांग की थी. जिसके बाद वन विभाग ने क्षेत्र में अपनी सक्रियता तेज कर दी थी. साथ ही बाघ को पकड़ने के लिए टीम का गठन किया. वहीं बीती रात टीम ने दो बाघों को ट्रेंकुलाइज कर लिया है, जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली.
गौर हो कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के बिजरानी रेंज में ग्राम कानियां व उसके सीमावर्ती क्षेत्रों में दिखाई दे रहे दो बाघों को वन कर्मियों ने ट्रेंकुलाइज कर लिया है. बाघ लंबे समय से आंख मिचौली का खेल रहा था. वन विभाग की मुस्तैद टीम ने दोनों बाघ को बीते देर रात 1:30 बजे पार्क प्रशासन से ट्रेंकुलाइज कर सकुशल पकड़ लिया है. बता दें कि कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के अंतर्गत पड़ने वाले ग्राम कानियां में बाघ की दहशत बनी हुई थी.
पिछले दो हफ्ते में बाघ 5 से ज्यादा मवेशियों को अपना निवाला बना चुका है. साथ ही स्थानीय लोगों बाघ की धमक से घर में कैद होने को मजबूर हैं. वहीं स्थानीय लोगों ने बीते दिन कॉर्बेट प्रशासन से बाघ के आतंक से निजात दिलाने की मांग की थी. जिसके बाद कॉर्बेट प्रशासन ने जिम्मेदार बाघ को चिन्हित कर लिया था. साथ ही मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक से उक्त चिन्हित बाघ को ट्रेंकुलाइज कर क्षेत्र से पकड़ने की अनुमति भी दी थी.
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मानव-वन्यजीव संघर्ष रोकने के लिए वन विभाग की टीम बिजरानी रेंज, कार्बेट टाइगर रिजर्व के वन क्षेत्र तथा उसके समीप बसे गांवों में गश्त तेज कर दी थी. साथ ही कैमरा ट्रैप लगाकर बाघ पर नजर रखी जा रही थी. वहीं कॉर्बेट प्रशासन ने लोगों को अकेले घर से ना निकलने की अपील की है. जरूरी काम के लिए झुंड में निकलने को कहा है.