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हल्द्वानी: मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ी, किया जा रहा एंटीजन टेस्ट

सरकारी अस्पतालों में मौसमी बीमारियों सर्दी-जुकाम और बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. इन मरीजों में कोरोना के संभावित लक्षणों को देखते हुए एंटीजन टेस्ट भी कराया जा रहा है.

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मरीजों का हो रहा एंटीजन टेस्ट
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Published : Aug 4, 2020, 12:35 PM IST

Updated : Aug 4, 2020, 12:51 PM IST

हल्द्वानी: कोरोना संक्रमण के साथ ही बारिश के मौसम में होने वाली बीमारियों ने दस्तक दे दी है. लोगों में संक्रमण सहित सर्दी-जुकाम, बुखार और कई अन्य तरह की बीमारियां देखने को मिल रही हैं. ऐसे में मरीज भारी तादाद में अस्पतालों का रुख कर रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से वायरल फीवर और सर्दी-जुकाम से पीड़ित मरीजों का एंटीजन टेस्ट कराया जा रहा है, जिससे अगर मरीज में कोरोना के लक्षण हों, तो उसकी भी पुष्टि हो सके.

मरीजों का हो रहा एंटीजन टेस्ट

दरअसल निजी और सरकारी अस्पतालों में सबसे ज्यादा खांसी-जुकाम और बुखार के साथ ही डेंगू संभावित मरीज भी आ रहे हैं. इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से अस्पतालों में अलग से काउंटर तैयार किया गया है. मरीजों का अब एंटीजन टेस्ट कर सैंपल भी लिया जा रहा है, जिससे ये पता चल सके कि मरीज कोरोना पीड़ित तो नहीं है. उधर जिन सर्दी-जुकाम और बुखार के मरीजों का एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है, उनमें अधिकतर मरीजों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ रही है. इस कारण एंटीजन टेस्ट पर भी अब सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं.

ये भी पढ़ें: आचार्य बालकृष्ण का जन्मदिन आज, जड़ी-बूटी दिवस के रूप में हो रहा सेलिब्रेशन

जिलाधिकारी सविन बंसल का कहना है कि कोरोना के साथ ही मौसमी बीमारियां भी सामने आने लगी हैं. स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर भी काम कर रहा है. अस्पतालों में मौसमी बीमारी से पीड़ित लोगों को लिए अलग व्यवस्थाएं की गई हैं. मरीजों में कोरोना के संभावित लक्षण को देखते हुए उनका एंटीजन टेस्ट करना अनिवार्य कर दिया गया है. इस दौरान मरीजों में जो भी लक्षण सामने आ रहे हैं, उसी के मुताबिक उनका इलाज किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि सर्दी-जुकाम और बुखार के जिन मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है, उनके इलाके को कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है, जिससे ये महामारी अन्य क्षेत्रों में ना फैले.

हल्द्वानी: कोरोना संक्रमण के साथ ही बारिश के मौसम में होने वाली बीमारियों ने दस्तक दे दी है. लोगों में संक्रमण सहित सर्दी-जुकाम, बुखार और कई अन्य तरह की बीमारियां देखने को मिल रही हैं. ऐसे में मरीज भारी तादाद में अस्पतालों का रुख कर रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से वायरल फीवर और सर्दी-जुकाम से पीड़ित मरीजों का एंटीजन टेस्ट कराया जा रहा है, जिससे अगर मरीज में कोरोना के लक्षण हों, तो उसकी भी पुष्टि हो सके.

मरीजों का हो रहा एंटीजन टेस्ट

दरअसल निजी और सरकारी अस्पतालों में सबसे ज्यादा खांसी-जुकाम और बुखार के साथ ही डेंगू संभावित मरीज भी आ रहे हैं. इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से अस्पतालों में अलग से काउंटर तैयार किया गया है. मरीजों का अब एंटीजन टेस्ट कर सैंपल भी लिया जा रहा है, जिससे ये पता चल सके कि मरीज कोरोना पीड़ित तो नहीं है. उधर जिन सर्दी-जुकाम और बुखार के मरीजों का एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है, उनमें अधिकतर मरीजों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ रही है. इस कारण एंटीजन टेस्ट पर भी अब सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं.

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जिलाधिकारी सविन बंसल का कहना है कि कोरोना के साथ ही मौसमी बीमारियां भी सामने आने लगी हैं. स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर भी काम कर रहा है. अस्पतालों में मौसमी बीमारी से पीड़ित लोगों को लिए अलग व्यवस्थाएं की गई हैं. मरीजों में कोरोना के संभावित लक्षण को देखते हुए उनका एंटीजन टेस्ट करना अनिवार्य कर दिया गया है. इस दौरान मरीजों में जो भी लक्षण सामने आ रहे हैं, उसी के मुताबिक उनका इलाज किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि सर्दी-जुकाम और बुखार के जिन मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है, उनके इलाके को कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है, जिससे ये महामारी अन्य क्षेत्रों में ना फैले.

Last Updated : Aug 4, 2020, 12:51 PM IST
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