रामनगर: जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क देखने हर वर्ष देशी पर्यटकों के साथ ही विदेशी पर्यटक भी भारी संख्या में रामनगर शहर में पहुंचते हैं. इसका मुख्य कारण यह भी है कि विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क बाघों के घनत्व के मामले में पहले स्थान पर है. इसलिए वनों और वन्यजीवों के दीदार के लिए लोग देश के कोने-कोने से जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क पहुंच रहे हैं.
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में बढ़ी विदेशी पर्यटकों की संख्या: आपको बता दें कि कोरोना की पहली लहर आने से पहले लगभग 5 हज़ार से ऊपर विदेशी पर्यटक कॉर्बेट पार्क आते थे. कोरोना के चलते विदेशी पर्यटकों की आवाजाही लगभग बंद ही हो गई थी. जिसके बाद अब फिर कॉर्बेट पार्क में विदेशी पर्यटक रुख करने लगे हैं.
वन्य जीव प्रेमियों के लिए खास है जिम कॉर्बेट पार्क: कॉर्बेट नेशनल पार्क को वन्यजीव प्रेमियों के लिए बेहद खास माना जाता है. यहां वन्यजीव प्रेमी ना केवल इको टूरिज्म का आनंद लेते हैं, बल्कि वन्यजीवों के साथ बेहद खास पल बिताते हैं. यूं तो कॉर्बेट नेशनल पार्क में हाथी, सांभर, चीतल, हिरण, भालू, नीलगाय, घुरल, 500 से ज्यादा पक्षियों की प्रजातियों के साथ ही कई वन्यजीव जीव जंतु मौजूद हैं.
जिम कॉर्बेट पार्क में बाघ देखने का है विशेष क्रेज: वन्यजीव प्रेमियों को सबसे ज्यादा इंतजार उस पल का होता है जब पार्क में वह किसी बाघ का दीदार कर सकें. पार्क में इको टूरिज्म के रूप में झील, पहाड़ी क्षेत्र, नदी क्षेत्र के अलावा घास के मैदान भी मौजूद हैं. कई बार कई पर्यटकों की निगाहें इन सबसे परे बाघों को ही ढूंढती नजर आती हैं.
इस बार 2 हजार से ज्यादा विदेशी सैलानी आ चुके जिम कॉर्बेट पार्ट: वहीं विदेशी पर्यटकों की बात करें तो 2018-19 में जहां कॉर्बेट पार्क में 7760 विदेशी पर्यटक पहुंचे. उसके बाद से विदेशी पर्यटकों की संख्या में गिरावट आई है. 2020-2021 में कोरोना के चलते विदेशी पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई जिससे ये संख्या केवल 377 रह गयी. 2021-22 में 884 विदेशी पर्यटक कॉर्बेट पार्क पहुंचे. वहीं पिछले वर्ष 2022 से जनवरी 2023 तक 2 हज़ार से ज्यादा विदेशी पर्यटक कॉर्बेट पार्क भ्रमण पर आ चुके हैं.
न्यूजीलैंड से आए पर्यटकों को भाया जिम कॉर्बेट पार्क: न्यूजीलैंड से कॉर्बेट पार्क अपने परिवार के सदस्यों के साथ पहुंचे अमृतवंशु ने कहा कि उन्हें जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के जंगल जैव विविधता जीव जंतु, पक्षी बहुत अच्छे लगे. यहां वो दोबारा जल्द आएंगे. वहीं न्यूज़ीलैंड से ही कॉर्बेट पार्क पहुंची वंदना ने कहा कि उन्हें उत्तराखंड का कॉर्बेट पार्क बहुत अच्छा लगा. उन्हें कई वन्यजीवों के दीदार भी हुए. उन्होंने कहा कि सफ़ारी का रोमांच अद्भुत था.
विदेशी पर्यटकों के आने से नेचर गाइड हैं खुश: वहीं कॉर्बेट पार्क में इन विदेशी पर्यटकों को भ्रमण पर ले जाने वाले नेचर गाइड प्रेम सिंह बिष्ट कहते हैं कि फिर एक बार विदेशी पर्यटक कॉर्बेट पार्क का रुख कर रहे हैं. ये अपने आप मे एक अच्छा संकेत है. इससे आसपास के लोगों की जहां आमदनी बढ़ेगी वहीं विदेशों से भी कॉर्बेट पार्क का रुख करने वालों की संख्या में इज़ाफ़ा होगा.
पर्यटकों की बढ़ती आमद से जिम कॉर्बेट पार्क प्रशासन उत्साहित: वहीं इस विषय में जानकारी देते हुए कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के निदेशक कहते हैं कि पिछले वर्ष नंवबर दिसंबर में 200 से ज्यादा विदेशी पर्यटक कॉर्बेट पार्क के भ्रमण पर आए थे. वहीं इस सत्र में 1700 से ज्यादा पर्यटकों ने नैनीताल जिले के रामनगर का रुख किया है. उन्होंने बताया कि विदेशी पर्यटकों की लगातार संख्या बढ़ रही है. इनमें से ज्यादातर ने कॉर्बेट पार्क के विभिन्न जोनों में भ्रमण किया है, जो अपने आप में एक अच्छा संकेत है.
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कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक कहते हैं कि कॉर्बेट में वनों और वन्यजीवों के संरक्षण का संदेश लेकर विदेशी पर्यटक भारत से जाते हैं तो यह अच्छा संकेत है. विदेशी पर्यटकों की लगातार बढ़ती संख्या से कॉर्बेट प्रशासन भी गदगद नजर आ रहा है.