हल्द्वानी: चैत्र नवरात्र शुरू होते ही कुमाऊं के सबसे बड़े महालक्ष्मी मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. नवरात्र के प्रथम दिन शैलपुत्री माता के नाम से कलश स्थापना और पूजा के साथ नवरात्र के पहले दिन की शुरुआत की गई. श्रद्धालु सुबह से ही शहर के मंदिरों में मां भगवती की आराधना कर अपने परिवार की सुख-शांति का कामना कर रहे हैं.
हिंदू धर्म के नव वर्ष पर शुरू हुए नवरात्रि के प्रथम दिन घट की स्थापना होती है, जिसके साथ ही नवरात्र की शुरुआत हो जाती है. वहीं, लोग घरों में कलश स्थापना कर नौ दिनों तक मां भगवती की आराधना शुरू कर देते हैं.
कुमाऊं के सबसे बड़े मंदिर अष्टभुजा महालक्ष्मी मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. श्रद्धालु मंदिर में पूजा-अर्चना कर माता का कीर्तन कर आराधना कर रहे हैं. मंदिर के महामंडलेश्वर सोमेश्वर जी महाराज ने बताया कि प्रथम दिन शैलपुत्री की पूजा के साथ नवरात्रि की शुरुआत हो जाती है. 9 दिनों तक मां भगवती की विधि-विधान के साथ पूजा करने से हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है.
वहीं,मंदिर पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि महालक्ष्मी मंदिर उत्तर भारत का सबसे बड़ा मंदिर है. यहां पहुंचकर कर जो भी मनोकामना मांगी जाती है. माता रानी भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करती हैं.