हल्द्वानी: राष्ट्रीय कृषि 'ई-नाम' योजना से बने प्रयोगशाला भवन का उद्घाटन शनिवार को मंडी परिषद के अध्यक्ष गजराज बिष्ट और विधायक नवीन दुम्का ने हल्द्वानी मंडी समिति में किया. शहर में बनी इस प्रयोगशाला की लागत 73 लाख है. इस प्रयोगशाला का सीधा फायदा किसानों को मिलेगा. साथ ही किसानों को अपने उत्पाद बेचने में सहुलियत होगी.
गौर हो कि इस योजना से किसान राष्ट्रीय कृषि ई -नाम बाजार में अपने उत्पाद की गुणवत्ता को परख सकते हैं. साथ ही इलेक्ट्रॉनिक पोर्टल के माध्यम से अपनी उपज का ऑनलाइन व्यापार कर देश के 585 मंडी में बेच सकते हैं. राष्ट्रीय कृषि बाजार में हल्द्वानी मंडी के जुड़ जाने से उत्पाद बेचने में पारदर्शिता आएगी, साथ ही भुगतान में भी कोई दिक्कत नहीं होगी.
मंडी परिषद अध्यक्ष गजराज बिष्ट ने बताया कि प्रदेश में आज 16 मंडी ई- नाम परियोजना के माध्यम से कार्य कर रही हैं.
पर्वतीय क्षेत्रों में किसानों की आय दुगनी करने के लिए युवाओं को कृषि के प्रति जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में आर्गेनिक कृषि को बढ़ावा दिए जाने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है, जिसके तहत पौड़ी और नैनीताल जनपद के 61 किसान ऑर्गेनिक खेती से जुड़े हुए हैं.
इन सभी कृषकों से सरकार ने ऑर्गेनिक उत्पादन क्रय कर रही हैं, जिसके एवज में उनको करीब 10 लाख रुपए दिये जा रहे है. साथ ही पहाड़ के किसानों को आर्गेनिक खेती से जोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने का काम किया जा रहा है.