नैनीताल: इंसान को सर्पदंश से बचाने के लिए अब वन विभाग पूरी तरह से मुस्तैद हो चुका है. इसके लिए नैनीताल वन प्रभाग के 6 डिवीजन के कर्मचारियों को सांप रेस्क्यू का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. वहीं, इन डिविजनों के अंतर्गत आने वाले करीब 250 गांवों के हर 3 युवाओं को सांप रेस्क्यू का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को सर्पदंश से बचाया जा सके.
आपको बता दें कि इन दिनों लगातार नैनीताल समेत मैदानी क्षेत्रों में सर्पदंश की घटनाएं बढ़ रही हैं. इसको लेकर केंद्र सरकार की एनएचएमएस परियोजना के तहत वन विभाग कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. नैनीताल वन प्रभाग द्वारा लोगों को सर्पदंश से बचाने के लिए कदम उठाया गया है. नैनीताल वन प्रभाग की चीफ कंजरवेटर तेजस्विनी पाटिल ने बताया कि इकोसिस्टम को बैलेंस करने के लिए सांपों की अहम भूमिका है, लेकिन लोग इन्हें डर की वजह से मार देते हैं. जिस वजह से इकोसिस्टम पर बुरा असर पड़ रहा है. इसी को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा सांपों के संरक्षण और लोगों की सुरक्षा के लिए कार्य किया जा रहा है.
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प्रशिक्षण के दौरान आज वन विभाग की टीम द्वारा कर्मचारियों को पिट वाइपर (रेट स्नैक) सांप के साथ प्रैक्टिकल भी करवाया गया. ताकि सांप के रेस्क्यू के दौरान कर्मचारियों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो और कर्मचारी खुद को भी सुरक्षित रख सकें और दूसरों को भी बचा सकें.