नैनीताल: कोरोना कर्फ्यू में ढील के बाद से ही उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ गई है. वीकेंड पर सरोवर नगरी नैनीताल में भी पर्यटकों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. ऐसे में कोरोना काल में विरान पड़ा नैनीताल एक बार फिर से गुलजार नजर आ रहा है. साथ ही स्थानीय कारोबारियों के भी चेहरे खिल उठे हैं.
इन दिनों सरोवर नगरी पर्यटकों से गुलजार है. नैनीताल के पर्यटक स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ देखी जा रही है. नैनीताल में कई पर्यटक स्थल है, जिसका दीदार करने के लिए कई राज्यों से पर्यटक यहां खींचे चले आ रहे हैं. इन्हीं में से एक है नैनीताल का केव गार्डन, जो अपनी सुंदर प्राकृतिक गुफाओं के लिए जाना जाता है.
हर साल करीब डेढ़ लाख से अधिक पर्यटक इन गुफाओं का दीदार करने आते हैं. जिससे हर साल कुमाऊं मंडल विकास निगम को करीब 1 करोड़ रुपए की सालाना आय भी प्राप्त होती है. इस केव गार्डन में लेपर्ड केव, पैंथर केव, बेट केव, फॉक्स केव समेत कई अन्य गुफाएं हैं. जहां सालों भर पर्यटक आकार मस्ती करते हैं. इन गुफाओं का नाम इन में रहने वाले जानवरों के आधार पर रखा गया है.
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हालांकि, कोरोना काल में बीते डेढ़ साल से नैनीताल का यह केव गार्डन विरान था. जिसकी वजह से कुमाऊं मंडल विकास निगम को करोड़ों का घाटा उठाना पड़ा है. वहीं, हालात सामान्य होने लगे पर्यटक नैनीताल समेत केव गार्डन का लुफ्त उठाने पहुंचने लगे हैं. वहीं, पर्यटकों के आने से पर्यटन कारोबारी भी अब खुश नजर आ रहे हैं.
बता दें कि कुमाऊं मंडल विकास निगम ने केव गार्डन को पहले से ज्यादा सुन्दर और आकर्षक बनाया है. केव गार्डन में सेल्फी पाइंट और टॉकिंग ट्री पर्यटकों के आकर्षक का केंद्र बना हुआ है. हालांकि, निगम ने सुविधाएं बढ़ाने के साथ ही केव गार्डन में प्रवेश शुल्क प्रति व्यक्ति 60₹ से बढ़ाकर 100₹ कर दिया है. वहीं, बच्चों का प्रवेश शुल्क 25₹ से बढ़ाकर 60₹ कर दिया गया है.