हल्द्वानी: हर साल अमूमन चुगान सत्र एक अक्टूबर से शुरू हो जाता है. लेकिन इस बार नदियों का जलस्तर कम न होने, मजदूर न मिलने और खनन कार्य में लगे वाहनों का रोड टैक्स जमा न होने से थोड़ा विलंब हो सकता है. जबकि, नंधौर और गौला नदी में खनन कार्य के लिए सीमांकन कार्य पूरा हो चुका है. नदियों के जलस्तर की रिपोर्ट आने के बाद ये तय किया जा सकेगा कि खनन कार्य कब से शुरू हो सकेगा.
प्रभागीय वन अधिकारी तराई पूर्वी नीतीश मणि त्रिपाठी का कहना है कि वन विभाग की ओर से खनन कार्य की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. क्षेत्रीय खनन समिति द्वारा नदी खोलने का सर्वे का काम चल रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि 20 अक्टूबर तक नदी के गेट पर खनन कार्य शुरू हो जाएगा.
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वहीं, प्रभागीय वन अधिकारी ने बताया कि नंधौर नदी में इस बार एक और खनन गेट खोला जाएगा, जिसमे केवल वाहनों का रजिस्ट्रेशन होगा. सभी वाहन GPS से लैस होंगे, जिससे वाहन स्वामी मोबाइल एप के जरिए अपने वाहन की वर्तमान लोकेशन जान सकेंगे. साथ ही वन कर्मचारी भी अपने वाहन का लोकेशन देख सकेंगे, जिससे अवैध खनन पर एक हद तक रोक लगाई जा सकेगी.