हल्द्वानी: प्रदेश सरकार को सबसे ज्यादा खनन से राजस्व देने वाली गौला नदी और नंधौर नदी से आखिरकार एक महीने देरी से खनन का काम शुरू होने जा रहा है. शनिवार यानी कल से गौला नदी और नंधौर नदी में खनिज निकासी शुरू हो जाएगी. पहले दिन गौला नदी के दो खनन निकासी गेट खोले जाएंगे, जबकि नंधौर नदी के एक खनन निकासी गेट से उप खनिज निकासी का काम शुरू होगा. ऐसे में लाखों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा.
प्रभारी वन अधिकारी नीतीश मणि त्रिपाठी ने बताया कि गौला नदी के 11 गेटों से और नंधौर नदी के 5 खनन निकासी गेट से खनन का कार्य शुरू होना है. लालकुआं विधायक नवीन दुमका और वन अधिकारियों की मौजूदगी में निकासी का काम शुरू होगा. उन्होंने बताया कि बाकी अन्य गेटों को धीरे-धीरे खोलने की प्रक्रिया की जाएगी.
डीएफओ ने बताया कि अवैध खनन रोकने के लिए खनन वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया जा रहा है. जीपीएस सिस्टम के माध्यम से नदी में खनन से जुड़े वाहनों की निगरानी की जाएगी. उन्होंने कहा कि अगर कोई अवैध खनन करेगा तो जीपीएस सिस्टम के माध्यम से पता चल जाएगा.
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गौर हो, कुमाऊं की सबसे बड़ी गौला नदी और नंधौर नदी से सरकार को करोड़ों का राजस्व की प्राप्त होता है. लेकिन जल स्तर ज्यादा होने और तकनीकी दिक्कत के चलते इस बार खनन का काम एक महीने देरी से शुरू हो रहा है.