हल्द्वानी: उत्तराखंड में पर्यटन सीजन की शुरुआत (start of tourist season) हो चुकी है. ऐसे में कुमाऊं मंडल से भी पुलिस यातायात व्यवस्था बनाने में जूझती नजर आ रही है. हल्द्वानी में आए दिन लगने वाले जाम की समस्या (traffic jam in haldwani) से पर्यटकों और स्थानीय लोगों को निजात दिलाने के लिए शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पुलिस के अलावा लोकल वॉलिंटियर्स के हाथों में भी सौंपी (Local volunteers will handle the traffic system) गई है.
इन दिनों आप हल्द्वानी के सड़कों में ट्रैफिक पुलिस के साथ लोकल वॉलिंटियर्स को भी यातायात व्यवस्था बनाते हुए देखेंगे. कुमाऊं डीआईजी नीलेश आनंद भरणे (Kumaon DIG Nilesh Anand Bharne) ने पर्यटन सीजन को लेकर के यह व्यवस्था बनाई है. उन्होंने कहा कि लोकल वालंटियर की मदद से यहां आने वाले पर्यटकों को जाम से निजात मिलेगी और शहर की यातायात व्यवस्था में भी सुधार होगा.
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डीआईजी नीलेश भरणे ने कहा कि इस अभियान से पर्यटकों को जाम से काफी निजात मिलेगी क्योंकि पर्यटन सीजन में कुमाऊं का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले हल्द्वानी शहर पहुंचते हैं. उन्होंने बताया कि कई शहरों में जाम से निजात पाने के लिए यह सुविधा की गई है. डीआईजी ने कहा ट्रैफिक वॉलिंटियर्स एक एनजीओ के जरिए कार्य कर रहे हैं. वह स्वेच्छा से अपना कुछ समय ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए देना चाहते हैं और यह एक सकारात्मक पहल है.
उत्तराखंड ट्रैफिक वालंटियर्स के ये होंगे कार्य
- इस स्कीम के तहत ट्रैफिक वॉलिंटियर यानी यातायात स्वयंसेवक (Traffic Volunteer) अपने नजदीकी क्षेत्र के आसपास स्थित ट्रैफिक जंक्शन पर यातायात कर्मियों के साथ ट्रैफिक संचालन करेंगे.
- वालंटियर अपने आसपास के कॉलेजों, पार्कों, उच्चतम शिक्षण संस्थानों, स्टेडियम, मॉल, टैक्सी/बस स्टैंड, हॉस्पिटल, रेलवे स्टेशन, सरकारी और प्राइवेट कार्यालय आदि में यातायात जागरुकता का प्रचार प्रसार करेंगे.
- सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की मदद (Good Samaritan) करेंगे.
- नो पार्किंग में खड़े वाहनों का उत्तराखंड ट्रैफिक आई ऐप (Uttarakhand Traffic Eyes app) की मदद से फोटो वीडियो अपलोड कर चालान करवाएंगे.
- यातायात पुलिस की ओर से आयोजित किए जाने वाले जागरूकता कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे.
- अतिक्रमण हटाने में सहयोग करेंगे.
- पार्किंग स्थलों के संचालन में सहयोग करने के साथ ही नई पार्किंग स्थानों के समीकरण में समन्वय का कार्य करेंगे.
- ट्रैफिक पुलिस के सोशल मीडिया एकाउंट को फॉलो कर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएंगे.