हल्द्वानी: गृहमंत्री अमित शाह ने जैसे ही जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की बात कही, वैसे ही देशभर में सियासत तेज हो गई. नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाना और जम्मू कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाना सुनने में अच्छा तो लगता है, लेकिन सबसे ज्यादा परेशानियां और कठिन परिस्थितियां कश्मीर के लोगों के सामने आने वाली हैं.
केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि आखिर क्यों वहां नेताओं को नजरबंद करके ही ऐसा फैसला लिया गया, जबकि लोकतंत्र में चर्चा करके और विचार-विमर्श करके फैसले लिए जाते हैं. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि कश्मीरियों के दबाव में ही अनुच्छेद 370 जैसी संविधान प्रदत्त शक्तियां कश्मीर को दी गईं थी और आज उन्हीं को विश्वास में लिए बगैर उसे खत्म कर दिया गया.
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उन्होंने आगे कहा कि देश के हालात तो नहीं बिगड़ेंगे, लेकिन वहां नजरबंद हुए नेता जब वापस आएंगे तो कश्मीर की परिस्थितियां क्या होंगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा.