हल्द्वानीः 26 दिसंबर को साल का अंतिम सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. सूर्य ग्रहण पूरे भारत समेत पूर्वी यूरोप, एशिया, उत्तरी पश्चिम ऑस्ट्रेलिया और पूर्वी अफ्रीका में दिखाई देगा. साल का अंतिम सूर्य ग्रहण छह ग्रहों के साथ-साथ मौसम और राजनीति पर भी असर डालेगा. इस साल का तीसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को लगने जा रहा है, जो खंडग्रास सूर्यग्रहण होगा और पूर्ण रूप से दिखाई देने वाला सूर्य ग्रहण होगा.
ज्योतिषाचार्य नवीन चंद्र जोशी के अनुसार पौष मास में पड़ने वाला यह सूर्य ग्रहण सकारात्मक और नकारात्मक लाभ देने वाला है. मेष ,कर्क, सिंह ,कन्या कुंभ और धनु राशि पर इसका न्यूनतम प्रभाव पड़ेगा जबकि शेष राशियों पर इसका प्रभाव अच्छा पड़ेगा. ज्योतिष के अनुसार यह सूर्यग्रहण अपने आप में अलग है. देश के आंतरिक कलह व आपसी मतभेद पैदा करने वाला.
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भारत में 8:20 से सूर्य ग्रहण की शुरुआत होगी, जो 9:34 मध्य रहेगा जबकि, 11:05 पर मुक्त होगा. साथ ही 11:15 पर पूर्ण रूप से सूतक समाप्त होगा.शास्त्रों के अनुसार ग्रहण के बाद गंगा स्नान, जपतप, दान करना तीर्थ स्नान करना लाभदायी होगा. सूर्य ग्रहण के दौरान कोई भी धार्मिक अनुष्ठान और शुभ कार्य नहीं किया जाना होता है. साथ ही ग्रहण के दौरान मंदिरों और भगवान के कपाट बंद रहेंगे जिसके बाद शुद्धि यज्ञ के बाद पूजा अर्चना की जाएगी.