हल्द्वानी: कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए चंपावत के शहीद राहुल रैंसवाल का परिवार तीन पीढ़ियों से देश की सेवा कर रहा है. राहुल रैंसवाल मूल रूप से चंपावत जिले के नेपाल सीमा से लगे बनमन गांव के रहने वाले थे. 2012 में सेना में भर्ती होकर 50 वीं राष्ट्रीय राइफल में उनकी तैनाती हुई थी. वर्तमान में वह जम्मू कश्मीर के पुलवामा में तैनात थे. जहां चार आतंकियों को मुठभेड़ में ढेर कर देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिया.
राहुल की पत्नी पिंकी भी मूल रूप से चंपावत जिले के जैनल दूबर गांव की रहने वाली हैं, जबकि वर्तमान में राहुल का ससुराल उत्तर प्रदेश के मेरठ में है. राहुल ने पिंकी के साथ परिवार की रजामंदी से 26 अप्रैल 2018 को प्रेम विवाह किया था.
अभी शादी को दो साल भी नहीं हुआ था कि उससे पहले राहुल रैंसवाल देश के लिए शहीद हो गए. राहुल अपने पीछे अपनी 7 महीने की बेटी सान्वी और पत्नी पिंकी को रोता बिलखता छोड़ गए हैं.
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राहुल के दादा और पिता दोनों पूर्व सैनिक हैं जबकि माता गृहणी हैं. राहुल के बड़े भाई राजेंद्र रैंसवाल भी सेना में तैनात हैं. वहीं राहुल की एक बहन शादीशुदा है और दूसरी बहन अभी छोटी है.
बताया जा रहा है कि राहुल रैंसवाल के बड़े साले की 7 फरवरी को शादी थी. जिसके लिए राहुल श्रीनगर से दिल्ली के लिए फ्लाइट भी बुक करा चुके थे. जबकि पत्नी पिंकी चंपावत से मेरठ जाने के लिए गाड़ी भी बुक कर चुकी थी, लेकिन विधि के विधान के आगे उनकी योजना अधूरी रह गई.