नैनीताल: उत्तराखंड हाईकोर्ट (Uttarakhand High Court) के जस्टिस एनएस धानिक (Justice NS Dhanik retires) आज 19 मई को 35 साल की सेवा के बाद सेवानिवृत्त हो गए. इस अवसर पर मुख्य न्यायधीश की कोर्ट में फूल कोर्ट रिफरेंस हुआ. उनका रिफरेंस कार्यवाहक मुख्य न्यायधीश संजय कुमार मिश्रा, महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर और उत्तराखंड हाई कोर्ट बार एशोसिएशन के निवर्तमान अध्यक्ष अवतार सिंह रावत ने पढ़ा.
रिफरेंस में वरिष्ठ न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी, न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा, न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे, न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा, रजिस्ट्रार जनरल, मुख्य स्थायी अधिवक्ता चन्द्र शेखर रावत, जीएस संधू, असिस्टेन्ट सॉलिसिटर जनरल राकेश थपलियाल सहित अन्य अधिवक्तागण मौजूद रहे. जस्टिस एनएस धानिक अब पुलिस प्राधिकरण के अध्यक्ष पद का कार्यभार ग्रहण करेंगे.
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जस्टिस धानिक ने 35 साल पहले अपने करियर की शुरुआत पीलीभीत में मुंसिफ मजिस्ट्रेट के तौर पर की थी. जस्टिस धानिक ने उत्तराखंड हाईकोर्ट में कई महत्वपूर्ण मामलों में सुनवाई की. उन्होंने टिहरी बांध से होने वाली आय को राज्य के विकास में लगाए जाने वाली जनहित याचिका पर सुनवाई की थी.
इसके अलावा हल्द्वानी के गौलापार में मां की हत्या के आरोप में निचली अदालत से फांसी की सजा पाए डिगर सिंह के मामले सुनवाई की. काशीपुर में मिनी बैंक में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले वाली जनहित याचिका पर सुनवाई की. कुंभ मेले में कोरोना की फर्जी टेस्ट रिपोर्ट का सुनवाई भी जस्टिस धानिक की कोर्ट में हुई थी.