रामनगर: विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क (Jim corbett national park) वन्यजीवों और अपनी जैव विविधता के लिए देश-दुनिया में प्रसिद्ध है. ऐसे में कॉर्बेट प्रशासन पार्क की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी हमेशा मुस्तैद रहता है. वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर साल भर वन्यकर्मी करीब 3 लाख 50 किलोमीटर की पैदल गश्त करते हैं. इसके अलावा हाथी, बोट और ड्रोन कैमरों से भी पार्क की निगरानी की जाती है.
बता दें कि कॉर्बेट के जंगलों में वन्यजीवों और वनों की सुरक्षा पर वन्यकर्मी हमेशा पैनी नजर बनाए रखते हैं. जिसके लिए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 150 से ज्यादा चौकियां स्थापित की गई हैं. इन पैदल गश्त में एक चौकी से 5 से 7 वनकर्मी शामिल होते हैं और एक चौकी का गश्त का दायरा 5 से 12 किलोमीटर का होता है. इस प्रकार रोजाना हर एक चौकी में 5 से 12 किलोमीटर की पैदल गश्त होती है. वहीं, इस गश्ती दल की जीपीएस से ट्रैकिंग भी की जाती है.
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विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क (Jim corbett national park) बाघों के घनत्व के लिए देश-विदेश में जाना जाता है. यहां 250 से ज्यादा बाघ और 1200 से ज्यादा हाथी पाए जाते हैं. इसके अलावा कई प्रकार अन्य वन्यजीवों और पशु पक्षियों का कॉर्बेट में वास है. जिनकी सुरक्षा कार्बेट प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है.
इस विषय में अधिक जानकारी देते हुए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक धीरज पांडे ने बताया कि हमारे वनकर्मी पार्क की सुरक्षा में हर वर्ष 3 लाख 50 हजार किलोमीटर से ज्यादा पैदल गश्त करते हैं. इसके अलावा ड्रोन कैमरों, हाथियों और बोट से भी वन्यकर्मियों द्वार पार्क की निगरानी की जाती है. साथ ही पार्क के यूपी से लगते क्षेत्र आमानगढ़ के वन कर्मियों के साथ भी संयुक्त रूप से गश्त की जाती है.