हल्द्वानी: कुमाऊं की बहुप्रतीक्षित जमरानी बांध परियोजना को पर्यावरण विभाग से मंजूरी मिलने के बाद वित्त मंत्रालय से भी मंजूरी मिल गई है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि बांध निर्माण का काम जल्द शुरू हो जाएगा. 40 वर्षों से लटकी इस परियोजना से कुमाऊं मंडल के तराई क्षेत्रों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में भी पेयजल और सिंचाई संकट से निजात मिलेगा.
बता दें कि बीते 12 दिसंबर को जमरानी बांध परियोजना से जुड़े अधिकारियों की पर्यावरण विभाग की बैठक हुई थी. जिसमें परियोजना को पर्यावरण विभाग से भी मंजूरी मिल चुकी है. वहीं अब परियोजना को वित्त मंत्रालय से मंजूरी मिल जाने से जल्द ही बांध निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा.
जानकारी के अनुसार जमरानी बांध परियोजना 2584 करोड़ लागत से तैयार होनी है. 9 किलोमीटर लंबे,130 मीटर चौड़े और 485 मीटर ऊंचे इस बांध से कुमाऊं मंडल के तराई क्षेत्रों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में भी पेयजल और सिंचाई संकट से निजात मिलेगा.
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40 वर्षों से लटकी जमरानी बांध परियोजना को हरी झंडी मिलने के बाद लोगों में खुशी है. यही नहीं डैम से 14 मेगावाट विद्युत उत्पादन भी होगा. फिलहाल जमरानी बांध परियोजना को लेकर प्रशासन दिन रात काम कर रहा है.