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कॉर्बेट रिजर्व इंटरप्रिटेशन सेंटर के राजस्व में वृद्धि, कोरोना काल के बाद बढ़ी पर्यटकों की संख्या - revenue increase of Corbett Tiger Reserve Interpretation Center

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के इंटरप्रिटेशन सेंटर में पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं. जिसकी वजह से पार्क प्रशासन के राजस्व में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. 2022 के अप्रैल, मई और जून महीने में तेजी से राजस्व में बढ़ोत्तरी हुई है. 3 महीने में कॉर्बेट प्रशासन को इंटरप्रिटेशन सेंटर से ₹1,78,100 की राजस्व की प्राप्ति हुई.

Increase in revenue of Interpretation Center of Corbett  Reserve
कॉर्बेट रिजर्व के इंटरप्रिटेशन सेंटर के राजस्व में वृद्धि
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Published : Jun 29, 2022, 4:24 PM IST

Updated : Jun 29, 2022, 5:32 PM IST

रामनगर: कोरोना काल के बाद विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के धनगढ़ी में बना इंटरप्रिटेशन सेंटर (परिचय केंद्र) से पार्क प्रशासन को एक बार फिर से अच्छे राजस्व की प्राप्ति हो रही है. इस इंटरप्रिटेशन सेंटर में दूरदराज से पर्यटक इसका दीदार करने के लिए पहुंच रहे हैं.

इस इंटरप्रिटेशन सेंटर में कॉर्बेट की जैव विविधता और जंगल के माहौल को बारीकी से दर्शाने के अलावा कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई है. साथ ही इंटरप्रिटेशन सेंटर में बच्चों को भी जानकारी देने के लिए भी काफी कुछ है. इसमें व्यस्क का ₹100 व 12 साल से कम आयु के बच्चों की निशुल्क एंट्री है. कॉर्बेट प्रशासन ने इसमें बाघ, तेंदुआ, हाथी, भालू और हिरण सहित कॉर्बेट के अन्य वन्यजीव, जंगल और नदियों को शिल्पकला के माध्यम से दर्शाया है.

इसके साथ ही बच्चों के रोमांच के लिए 3D थियेटर में वन्यजीवों की फिल्म दिखायी जाती है. रात में जंगल में वन्यजीव कैसे विचरण करते हैं और कैसे शिकार करते हैं, इसे भी दिखाया गया है. साथ ही और भी कई चीजें इस म्यूजियम (इंटरप्रिटेशन सेंटर) में दिखाई गई हैं, जो जिम कॉर्बेट की जीवनी से लेकर पार्क को नजदीक से समझाती हुई नजर आती है. वहीं, कोरोना काल के बाद पर्यटकों के लगातार आने से राजस्व में बढ़ोत्तरी हो रही है.

ये भी पढ़ें: श्रीनगर के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ भास्कर पैन्यूली का निधन, 32 की उम्र में हार्ट अटैक ने ली जान

वन्यजीव प्रेमी संजय छिम्वाल ने कहा कि निश्चित रूप से यह अच्छा संकेत है. क्योंकि पिछले 2 वर्ष कोरोना महामारी की वजह से पर्यटक बहुत कम हो गए थे. जिससे सरकार के राजस्व में भी कमी आयी थी. जबसे इंटरप्रिटेशन सेंटर और म्यूजियम का पुनरुद्धार हुआ है. तब से देश-विदेश के पर्यटक इसके दीदार के लिए आ रहे हैं. इसमें सुविधाओं में भी काफी प्रगति हुई है. यह अच्छा है कि लोग इंटरप्रिटेशंस सेंटर से एक अच्छा संदेश लेकर जा रहे है.

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक नीरज शर्मा ने बताया कि 2019-20 में हमें इंटरप्रिटेशन सेंटर से 4,58,474 का राजस्व प्राप्त हुआ. वहीं कोरोना की वजह से 2020-21 में राजस्व में कमी आयी, 2020-21 में 1,17,620 के राजस्व की प्राप्ति हुई. वहीं 2021-2022 में 2,06,491 के राजस्व की प्राप्ति हुई. जबकि 2022 के अप्रैल, मई और जून महीने में तेजी से राजस्व में बढ़ोत्तरी हो रही है. 3 महीने में कॉर्बेट प्रशासन को इंटरप्रिटेशन सेंटर से ₹1,78,100 की राजस्व की प्राप्ति हुई.

रामनगर: कोरोना काल के बाद विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के धनगढ़ी में बना इंटरप्रिटेशन सेंटर (परिचय केंद्र) से पार्क प्रशासन को एक बार फिर से अच्छे राजस्व की प्राप्ति हो रही है. इस इंटरप्रिटेशन सेंटर में दूरदराज से पर्यटक इसका दीदार करने के लिए पहुंच रहे हैं.

इस इंटरप्रिटेशन सेंटर में कॉर्बेट की जैव विविधता और जंगल के माहौल को बारीकी से दर्शाने के अलावा कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई है. साथ ही इंटरप्रिटेशन सेंटर में बच्चों को भी जानकारी देने के लिए भी काफी कुछ है. इसमें व्यस्क का ₹100 व 12 साल से कम आयु के बच्चों की निशुल्क एंट्री है. कॉर्बेट प्रशासन ने इसमें बाघ, तेंदुआ, हाथी, भालू और हिरण सहित कॉर्बेट के अन्य वन्यजीव, जंगल और नदियों को शिल्पकला के माध्यम से दर्शाया है.

इसके साथ ही बच्चों के रोमांच के लिए 3D थियेटर में वन्यजीवों की फिल्म दिखायी जाती है. रात में जंगल में वन्यजीव कैसे विचरण करते हैं और कैसे शिकार करते हैं, इसे भी दिखाया गया है. साथ ही और भी कई चीजें इस म्यूजियम (इंटरप्रिटेशन सेंटर) में दिखाई गई हैं, जो जिम कॉर्बेट की जीवनी से लेकर पार्क को नजदीक से समझाती हुई नजर आती है. वहीं, कोरोना काल के बाद पर्यटकों के लगातार आने से राजस्व में बढ़ोत्तरी हो रही है.

ये भी पढ़ें: श्रीनगर के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ भास्कर पैन्यूली का निधन, 32 की उम्र में हार्ट अटैक ने ली जान

वन्यजीव प्रेमी संजय छिम्वाल ने कहा कि निश्चित रूप से यह अच्छा संकेत है. क्योंकि पिछले 2 वर्ष कोरोना महामारी की वजह से पर्यटक बहुत कम हो गए थे. जिससे सरकार के राजस्व में भी कमी आयी थी. जबसे इंटरप्रिटेशन सेंटर और म्यूजियम का पुनरुद्धार हुआ है. तब से देश-विदेश के पर्यटक इसके दीदार के लिए आ रहे हैं. इसमें सुविधाओं में भी काफी प्रगति हुई है. यह अच्छा है कि लोग इंटरप्रिटेशंस सेंटर से एक अच्छा संदेश लेकर जा रहे है.

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक नीरज शर्मा ने बताया कि 2019-20 में हमें इंटरप्रिटेशन सेंटर से 4,58,474 का राजस्व प्राप्त हुआ. वहीं कोरोना की वजह से 2020-21 में राजस्व में कमी आयी, 2020-21 में 1,17,620 के राजस्व की प्राप्ति हुई. वहीं 2021-2022 में 2,06,491 के राजस्व की प्राप्ति हुई. जबकि 2022 के अप्रैल, मई और जून महीने में तेजी से राजस्व में बढ़ोत्तरी हो रही है. 3 महीने में कॉर्बेट प्रशासन को इंटरप्रिटेशन सेंटर से ₹1,78,100 की राजस्व की प्राप्ति हुई.

Last Updated : Jun 29, 2022, 5:32 PM IST
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