नैनीताल: देश में तेजी से बढ़ रहे वायु प्रदूषण को लेकर आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) की ओर से तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया. गुरुवार को कार्यशाला के पहले दिन सेटेलाइट से आंकड़े जुटाने और वायु प्रदूषण की जांच को लेकर चर्चा की गई. वहीं इस कार्यशाला में हिस्सा लेने के लिए विश्वभर से करीब 15 देशों के वैज्ञानिक पहुंचे हैं. जिसमें सिंगापुर, चीन, जापान, ईरान, मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, तुर्की, अफगानिस्तान, श्रीलंका समेत अन्य देशों के वैज्ञानिक पहुंचे हैं.
सिंगापुर के डॉ. डेबिट कॉल ने बताया कि वायु प्रदूषण के आंकड़ों पर पैनी नजर रखनी होगी. जिसके लिए सेटेलाइट द्वारा प्रदूषण पर नजर रखी जाएगी. ताकि प्रदूषण का गहनता से अध्ययन किया सके.
वहीं जापान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर हिरोशी तनीमोटो ने बताया कि पर्यावरण को बचाना है, तो वायु प्रदूषण पर नियंत्रण लाना होगा. जिसके लिए वैज्ञानिक उपाय खोजना आवश्यक है. वहीं बड़े पैमाने में लोगों को भी जागरूक करना होगा. जिसके लिए सभी देशों के बीच आपसी तालमेल का होना बेहद जरूरी है.
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वहीं दिल्ली में तेजी से बढ़ते वायु प्रदूषण के मामले को लेकर आईआईएमटी पुणे के वैज्ञानिक डॉक्टर सचिन गुडे ने बताया कि वायु प्रदूषण का हमारे स्वास्थ्य से सीधा संबंध है. लिहाजा हमें हवा को हर हाल में साफ रखना होगा ताकि मानव जीवन सुरक्षित रह सके.