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नैनीताल:  एरीज शोध संस्थान में जुटे दुनिया भर के वैज्ञानिक, वायु प्रदूषण पर कर रहे खोज

देश में तेजी से बढ़ रहे वायु प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए नैनीताल स्थित आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान में तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया. इस कार्यशाला में 15 देशों के वैज्ञानिक ने भाग लिया.

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वायु प्रदूषण को लेकर एरीज में तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ.
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Published : Nov 29, 2019, 7:35 AM IST

नैनीताल: देश में तेजी से बढ़ रहे वायु प्रदूषण को लेकर आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) की ओर से तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया. गुरुवार को कार्यशाला के पहले दिन सेटेलाइट से आंकड़े जुटाने और वायु प्रदूषण की जांच को लेकर चर्चा की गई. वहीं इस कार्यशाला में हिस्सा लेने के लिए विश्वभर से करीब 15 देशों के वैज्ञानिक पहुंचे हैं. जिसमें सिंगापुर, चीन, जापान, ईरान, मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, तुर्की, अफगानिस्तान, श्रीलंका समेत अन्य देशों के वैज्ञानिक पहुंचे हैं.

सिंगापुर के डॉ. डेबिट कॉल ने बताया कि वायु प्रदूषण के आंकड़ों पर पैनी नजर रखनी होगी. जिसके लिए सेटेलाइट द्वारा प्रदूषण पर नजर रखी जाएगी. ताकि प्रदूषण का गहनता से अध्ययन किया सके.

वहीं जापान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर हिरोशी तनीमोटो ने बताया कि पर्यावरण को बचाना है, तो वायु प्रदूषण पर नियंत्रण लाना होगा. जिसके लिए वैज्ञानिक उपाय खोजना आवश्यक है. वहीं बड़े पैमाने में लोगों को भी जागरूक करना होगा. जिसके लिए सभी देशों के बीच आपसी तालमेल का होना बेहद जरूरी है.

ये भी पढ़े: ऋषिकेश: कोरियन कंपनी के साथ मिलकर तीर्थनगरी को स्वच्छ बनाएगा नगर निगम

वहीं दिल्ली में तेजी से बढ़ते वायु प्रदूषण के मामले को लेकर आईआईएमटी पुणे के वैज्ञानिक डॉक्टर सचिन गुडे ने बताया कि वायु प्रदूषण का हमारे स्वास्थ्य से सीधा संबंध है. लिहाजा हमें हवा को हर हाल में साफ रखना होगा ताकि मानव जीवन सुरक्षित रह सके.

नैनीताल: देश में तेजी से बढ़ रहे वायु प्रदूषण को लेकर आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) की ओर से तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया. गुरुवार को कार्यशाला के पहले दिन सेटेलाइट से आंकड़े जुटाने और वायु प्रदूषण की जांच को लेकर चर्चा की गई. वहीं इस कार्यशाला में हिस्सा लेने के लिए विश्वभर से करीब 15 देशों के वैज्ञानिक पहुंचे हैं. जिसमें सिंगापुर, चीन, जापान, ईरान, मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, तुर्की, अफगानिस्तान, श्रीलंका समेत अन्य देशों के वैज्ञानिक पहुंचे हैं.

सिंगापुर के डॉ. डेबिट कॉल ने बताया कि वायु प्रदूषण के आंकड़ों पर पैनी नजर रखनी होगी. जिसके लिए सेटेलाइट द्वारा प्रदूषण पर नजर रखी जाएगी. ताकि प्रदूषण का गहनता से अध्ययन किया सके.

वहीं जापान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर हिरोशी तनीमोटो ने बताया कि पर्यावरण को बचाना है, तो वायु प्रदूषण पर नियंत्रण लाना होगा. जिसके लिए वैज्ञानिक उपाय खोजना आवश्यक है. वहीं बड़े पैमाने में लोगों को भी जागरूक करना होगा. जिसके लिए सभी देशों के बीच आपसी तालमेल का होना बेहद जरूरी है.

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वहीं दिल्ली में तेजी से बढ़ते वायु प्रदूषण के मामले को लेकर आईआईएमटी पुणे के वैज्ञानिक डॉक्टर सचिन गुडे ने बताया कि वायु प्रदूषण का हमारे स्वास्थ्य से सीधा संबंध है. लिहाजा हमें हवा को हर हाल में साफ रखना होगा ताकि मानव जीवन सुरक्षित रह सके.

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देश में तेजी से बढ़ रहे प्रदूषण से निपटने के लिए नैनीताल में जुटे 15 देशों के वैज्ञानिक।


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नैनीताल के आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान एरीज की ओर से देश में तेजी से बढ़ने वायु प्रदूषण पर एशियाई देशों का तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया है, आज आयोजित कार्यशाला के पहले दिन सेटेलाइट से आंकड़े जुटाने और वायु प्रदूषण की जांच को लेकर चर्चा करी गई और अत्याधुनिक उपकरणों का संचालन का प्रशिक्षण दिया गया नैनीताल में आयोजित हो रही इस कार्यशाला में विश्व के करीब 15 देशों के वैज्ञानिक पहुंचे हैं जिसमें सिंगापुर, चीन,जापान, ईरान, मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, तुर्की, अफगानिस्तान, श्रीलंका समेत अन्य देश के वैज्ञानिक मौजूद हैं


Body:विश्व में तेजी से बढ़ते प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए सिंगापुर से नैनीताल पहुंचे डॉ डेबिट कॉल ने कहा कि वायु प्रदूषण के आंकड़ों पर पैनी नजर रखनी होगी, साथी आंकड़े जुटाने के लिए सेटेलाइट के द्वारा बड़े प्रदूषण पर भी नजर रखनी होगी ताकि प्रदूषण के बारे में गहनता से अध्ययन हो सके,,,
जापान से नैनीताल पहुंचे वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर हिरोशी तनीमोटो ने इस मौके पर कहा कि पर्यावरण को बचाना है तो वायु प्रदूषण पर नियंत्रण लाना होगा इसके लिए वैज्ञानिक उपाय खोजना मुख्य रूप से आवश्यक है वहीं बड़े पैमाने में लोगों कुछ जागरूक करना होगा इसके लिए देशों के बीच आपसी तालमेल पहुंचाना बेहद जरूरी है,,
कार्यशाला में पहुंचे विभिन्न वैज्ञानिकों ने कहा कि प्रदूषण से मानव स्वास्थ्य सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहा है लिहाजा इसे साफ और स्वच्छ बनाना वैज्ञानिकों की प्रथम प्राथमिकता में रहना चाहिए


Conclusion: दिल्ली में तेजी से बढ़ते वायु प्रदूषण के मामले को लेकर आईआईएमटी पुणे के वैज्ञानिक डॉक्टर सचिन गुडे ने कहा कि वायु प्रदूषण का हमारे स्वास्थ्य से सीधा संबंध है, लिहाजा हमें हवा को हर हाल में साफ रखना होगा ताकि मानव जीवन सुरक्षित रह सके, कार्यक्रम के दौरान देशभर से आए वैज्ञानिकों ने तेजी से बढ़ रहे प्रदूषण से निपटने के लिए अपनी अपनी राय व्यक्त की।
बाईट- कार्यक्रम खत्म होने के दिन मिलेगी।
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