रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में जल्द ही हॉग डियर (पाड़ा) की गणना होने जा रही है. 2008 के बाद हॉग डियर की अब होने वाली इस गणना के लिए कॉर्बेट प्रशासन तैयारियों में जुटा है.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बाघ, तेंदुआ, हाथी, पक्षी आदि वन्यजीवों की गणना के साथ ही अब पाड़ा (हॉग डियर) की गणना भी कॉर्बेट प्रशासन करने जा रहा है. बता दें कि हॉग डियर की गणना कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 2008 के बाद नहीं हुई है. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढिकाला जोन में रामगंगा नदी के आसपास व खिनानोली क्षेत्र में पाड़ा (हॉग डियर) की उपस्थिति ज्यादा तादात में 2008 में दर्ज की गई थी.
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हॉग डियर (पाड़ा) की प्रत्यक्ष गणना विधि के अनुसार की जाती है. कॉर्बेट पार्क में पाड़ा ग्रास लैंड के आसपास रहना पसंद करते हैं, जहां पर दलदाला हो, वाटर होल्स हों उसके आसपास अक्सर दिखाई देते हैं.
कॉर्बेट पार्क साल दर साल हॉग डियर की संख्या
साल | संख्या |
2001 | 294 |
2003 | 447 |
2005 | 170 |
2008 | 234 |
2008 के बाद हॉग डियर की गणना टाइगर रिजर्व में नहीं की गई. अब कॉर्बेट प्रशासन इसकी गणना करने का मन बना रहा है. इस बारे में जानकारी देते हुए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि कॉर्बेट में वन्यजीवों की गणना का कार्य लगातार किया जाता है.
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राहुल कुमार ने कहा कि हॉग डियर के नंबर्स पर लगातार चिंता जताई जाती है. जिसके कारण हॉग डियर की गणना की जाएगी. प्रोटोकाल के हिसाब से जो भी डेटा आएगा उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी.