देहरादून: पिछले तीन दशक से राजनीति में सक्रिय उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री रहे डॉ. हरक सिंह रावत (Cabinet Minister Harak Singh Rawat) को बीजेपी ने मंत्रीपद और पार्टी से बाहर कर दिया है. उनपर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से सीधा आरोप है कि वो परिवारवाद को बढ़ावा देना चाहते थे और परिवार से दो-तीन टिकट की मांग कर रहे थे. इसमें वो सबसे पहले अपनी बहू व पूर्व मिस इंडिया ग्रैंड इंटरनेशनल अनुकृति गुसाईं रावत (Anukriti Gusain Rawat) के लिए लैंसडाउन से टिकट चाहते थे. ये बात खुद हरक सिंह रावत ने भी मानी है कि उन्होंने बीजेपी से कहा था कि अनुकृति के काम को देखते हुए इस बारे में विचार किया जा सकता है.
हरक की विरासत संभालेंगी अनुकृति: अनुकृति गुसाईं लंबे समय से लैंसडाउन में महिलाओं के साथ जुड़कर के काम कर रही हैं. वो हरक सिंह रावत की राजनीतिक विरासत के रूप में भी राजनीति को संभालने जा रही हैं. यही कारण है कि रावत ने अपनी बहू अनुकृति के लिए न केवल पार्टी से बैर की, बल्कि पार्टी का गुस्सा भी उन्हें पार्टी से बाहर होकर सहना पड़ा है.
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लैंसडाउन की मूल निवासी हैं अनुकृति: फेमिना मिस इंडिया ग्रैंड इंटरनेशनल का टाइटल अपने नाम कर चुकीं अनुकृति गुसाईं ने साल 2018 में हरक सिंह रावत के बेटे तुषित रावत से शादी की. अनुकृति गुसाईं पौड़ी जनपद के लैंसडाउन की मूल निवासी हैं. उन्होंने अपनी पढ़ाई लैंसडाउन और देहरादून से की है. अनुकृति एक सफल मॉडल और एक्ट्रेस भी हैं. वो महिला एवं बाल विकास संस्थान की अध्यक्ष भी हैं.
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लैंसडाउन से ही टिकट चाहती हैं: इस बार विधानसभा चुनाव 2022 (uttarakhand assembly election 2022) में अनुकृति ने लैंसडाउन से ही लड़ने की इच्छा जताई है. उन्होंने ये बात सार्वजनिक तौर पर कई बार कही है कि अगर वो राजनीति में आती हैं, तो वो महिलाओं की सेवा कर सकेंगी. वो महिलाओं के मुद्दे विधानसभा में उठा कर महिलाओं के कुछ काम आना चाहती हैं.
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कुछ समय पहले ही ईटीवी भारत से बात करते हुए अनुकृति ने बताया था कि उन्हें फिल्मों में काम करने के बहुत से ऑफर मिले लेकिन उन्होंने समाजसेवा करने का फैसला लिया. जिसके कारण उनके संस्थान से जुड़ने के बाद महिलाएं आज स्वावलम्बी बनते हुए खुद से सिलाई, बुनाई और अचार बनाने के कार्य से अपना जीवन यापन कर रही हैं.