रामनगर: लोक गायक बीके सामंत के 'थलकी बजारा', 'यो मेरो पहाड़', गीत ने प्रदेश ही नहीं पूरे भारत में धमाल मचा दिया है. शादी समारोह में यह गीत जमकर बज रहा है. सामंत के "मेरो पहाड़" गीत को प्रदेश सरकार ने भी सराहा है. रामनगर में एक कार्यक्रम में शिरकत करने आये लोकगायक बीके सामंत से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.
बीके सामंत ने ईटीवी भारत का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि वो करीब 20 साल से मुंबई में रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि 'थलकी बजारा' उनका 6वां गीत है. इस गाने ने कई नए आयाम स्थापित किए हैं. उन्होंने कहा ये गीत उनके लिए नई जिम्मेदारी बढ़ाने वाला है. वहीं, 'यो मेरो पहाड़' गीत के माध्यम से उन्होंने यहां से पलायन कर चुके लोगों के लिए संदेश दिया है कि यह उनका पहाड़ है, इसलिए आप यहां आएं.
गौर हो कि बीते साल जनपद के लोहाघाट से सिगन्दा निवासी बीके सामंत ने अपनी टीम के साथ जनपद में अपने विभिन्न गानों की शूटिंग की थी. इसमें यो मेरो पहाड़, थलकी बजारा, सात वचन गीतों पर जनपद की खूबसूरत वादियों को शूट किया था. इन गीतों को लोग खूब पसंद कर रहे हैं. उनके थलकी बजारा गाने के वीडियो को एक करोड़ से ऊपर व्यूज मिल चुके हैं. 'यो मेरो पहाड़' गीत ने पहाड़ के सुंदरता बयां किया है. इस गीत को यूट्यूब पर अभी तक 20 लाख व्यूज मिल चुके हैं.
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गीत की प्रसिद्धि को देखते हुये पर्यटन विभाग ने भी वीडियो को उनके फेसबुक पेज पर शेयर करते हुए लिखा कि 'यो मेरो पहाड़' यह उत्तराखंड का सुंदर चित्रण और अद्भुत दृश्यों का बीके सामंत ने बहुत अच्छा वर्णन किया है. इस गीत की रिकॉर्डिंग स्वर कोकिला लता मंगेशकर के स्टूडियो में की गई है. यह पहला ऐसा उत्तराखंडी गीत है जो यूट्यूब पर ट्रेंडिंग की पोजीशन में आ गया है. वहीं, पूरे उत्तराखंड में थल की बाजार गीत ने बीके सामंत को और ज्यादा चर्चित कर दिया है. सबसे कम समय में एक करोड़ व्यूज पाने वाला पहला उत्तराखंडी गीत है.