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वन्यजीव मानव संघर्ष की घटनाओं में कमी लाने पर जोर, जल्द खुलेंगे चार बंदर बाड़े

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Published : Feb 22, 2021, 9:52 PM IST

उत्तराखंड में वन्यजीवों-मानव संघर्ष की घटनाओं में कमी लाने के लिए वन विभाग ने कई कदम उठाए हैं.

प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी
प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी

रामनगर/कालाढूंगी: उत्तराखंड के प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी सोमवार रामनगर और कालाढूंगी के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ चर्चा की. साथ ही कार्बेट ग्राम विकास समिति ने उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत भी कराया.

इस दौरान प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने कहा कि उत्तराखंड में चार बंदर बाड़ों की जल्द स्थापना की जाएगी. जिसके बाद लोगों को बंदरों के आतंक से निजात मिलेगी. साथ ही मानव और वन्यजीव के बीच होने वाले संषर्घ में भी कमी आएगी. बंदर बाड़े पिथौरागढ़, हल्द्वानी के दानी में, हरिद्वार के लगे रसिया बढ़ में और गैरसैंण के भराड़ीसैंण में बनाए जाएंगे. मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को रोकने के लिए वॉलेंटरी विलेज प्रोटेक्शन फोर्स का भी गठन किया गया है, जिसके लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

पढ़ें- दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों से CM त्रिवेंद्र, उत्तराखंड को मिली भारत नेट 2.0 की स्वीकृति

प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने बताया कि पिछले कुछ सालों में वन विभाग वन्यजीव के संरक्षण को लेकर जो कार्यक्रम चलाए थे. उसके अच्छे परिणाम देखने को मिले है. यहीं कारण है कि उत्तराखंड में वन्यजीवों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है.

रिहायशी इलाकों में विस्तार हो रहा है. जिससे मानव और वन्यजीव के बीच संघर्ष की घटनाएं बढ़ गई है. वन विभाग की पहली कोशिश यही है कि मानव और वन्यजीव के बीच संघर्ष न के बराबर हो. इसके कई स्तर पर काम किया भी जा रहा है.

रामनगर/कालाढूंगी: उत्तराखंड के प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी सोमवार रामनगर और कालाढूंगी के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ चर्चा की. साथ ही कार्बेट ग्राम विकास समिति ने उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत भी कराया.

इस दौरान प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने कहा कि उत्तराखंड में चार बंदर बाड़ों की जल्द स्थापना की जाएगी. जिसके बाद लोगों को बंदरों के आतंक से निजात मिलेगी. साथ ही मानव और वन्यजीव के बीच होने वाले संषर्घ में भी कमी आएगी. बंदर बाड़े पिथौरागढ़, हल्द्वानी के दानी में, हरिद्वार के लगे रसिया बढ़ में और गैरसैंण के भराड़ीसैंण में बनाए जाएंगे. मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को रोकने के लिए वॉलेंटरी विलेज प्रोटेक्शन फोर्स का भी गठन किया गया है, जिसके लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

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प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने बताया कि पिछले कुछ सालों में वन विभाग वन्यजीव के संरक्षण को लेकर जो कार्यक्रम चलाए थे. उसके अच्छे परिणाम देखने को मिले है. यहीं कारण है कि उत्तराखंड में वन्यजीवों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है.

रिहायशी इलाकों में विस्तार हो रहा है. जिससे मानव और वन्यजीव के बीच संघर्ष की घटनाएं बढ़ गई है. वन विभाग की पहली कोशिश यही है कि मानव और वन्यजीव के बीच संघर्ष न के बराबर हो. इसके कई स्तर पर काम किया भी जा रहा है.

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