हल्द्वानी: कुमाऊं मंडल के वन विभाग का पश्चिमी वृत्त(Western Circle) मानसून सीजन में बड़े पैमाने पर पौधारोपण (Plantation) करने का काम शुरू कर करने जा रहा है. वेस्टर्न सर्किल के पांच डिवीजन अंतर्गत वन विभाग करीब 2500 हेक्टेयर क्षेत्रफल में 14 लाख 50 हजार पौधों का पौधरोपण करेगा. जिससे कि जंगल में कई नई प्रजातियों के साथ-साथ ऑक्सीजन उत्सर्जन करने वाले पेड़ों की संख्या बढ़ सके. इस अभियान को 15 जून के बाद वन विभाग शुरू करने जा रहा है.
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वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त जीवन चंद्र जोशी ने बताया कि जंगल में अधिक से अधिक पेड़ लगाने के उद्देश्य से इस बार बृहद पैमाने पर पौधारोपण करने का लक्ष्य रखा गया है. जिसके लिए सभी प्रभागीय वन अधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है. 15 जून से पौधरोपण का काम शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि पौधरोपण के लिए वन विभाग द्वारा नर्सरी तैयार की गई है. जिसमें 22 लाख पौधों का पौधा रोपण किया गया है.
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बता दें कि इस बार पौधारोपण में ऑक्सीजन देने वाले पौधों को वृहद पैमाने पर लगाये जाने का लक्ष्य रखा गया है. वन संरक्षक का कहना है कि मुख्य रूप से आंवला, बहेड़ा, हरण, शीशम तेजपत्ता, जामुन, सेमल, पिलखन, सिरस, पीपल, बरगद के अलावा अधिक ऑक्सीजन उत्सर्जन करने वाले पौधों का पौधरोपण किया जाएगा. 15 जून के बाद नर्सरी से इन पौधों को ले जाकर जंगलों में लगाए जाने का काम शुरू किया जाएगा. वन संरक्षक का कहना है कि पौधारोपण के लिए सभी वन डिवीजनों को उनका लक्ष्य दिया गया है.
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गौरतलब है कि वेस्टर्न सर्किल उत्तराखंड का सबसे बड़ा डिवीजन है जो तराई से लगा हुआ क्षेत्र है. ऐसे में यहां पर जंगलों को बचाया जाना भी वन विभाग के लिए चुनौती है. जिसको देखते हुए वन विभाग बृहद पैमाने पर पौधारोपण काम करने जा रहा है. क्योंकि आने वाले दिनों में जंगल में पेड़ों की संख्या बढ़ सके और वनो के साथ-साथ वन्य जीव भी सुरक्षित रह सकें. वन संरक्षक ने बताया कि जंगलों में औषधीय पौधों का भी बृहद पैमाने पर पौधरोपण किया जाना है. जिससे औषधीय पौधों का भी संरक्षण किया जा सके.