रामनगरः वन प्रभाग तराई पश्चिमी के पीरुमदारा ख्वाजपुर के आबादी वाले क्षेत्र में लगातार बाघ की धमक देखी जा रही है. जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. अब वन विभाग आबादी से सटे इलाकों में ट्रैप कैमरे लगाकर बाघ के मूवमेंट पर नजर रखने जा रहा है. उधर, अंतरराष्ट्रीय वन्यजीव तस्कर तोताराम के गिरफ्तारी के बाद कॉर्बेट में सुरक्षा बढ़ाई गई है. बता दें बीते एक साल के भीतर बाघ वन प्रभाग तराई पश्चिमी में करीब एक दर्जन से ज्यादा ग्रामीणों पर हमला कर चुका है.
इनदिनों भी रिहायशी वाले इलाकों में बाघ की आमद देखी जा रही है. ऐसे में शाम ढलते ही ग्रामीण अपने घरों में दुबकने को मजबूर होना पड़ रहा है. ग्रामीणों की शिकायत पर वन महकमा अब बाघों की मूवमेंट पर नजर रख रहा है. वन प्रभाग तराई पश्चिमी के डीएफओ बलवंत सिंह शाही ने बताया कि बाघ पर नजर रखी जा रही है. जिसके लिए सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं. साथ ही कैमरों की मदद से देखा जा रहा है कि अगर बाघ लगातार उस क्षेत्र में बना रहता है तो उस जगह पर पिंजरा लगाया जाएगा. साथ ही बाघ को दूसरे क्षेत्र में शिफ्ट कर दिया जाएगा.
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तोताराम के गिरफ्तारी के बाद कॉर्बेट में बढ़ी पेट्रोलिंग
कुख्यात अंतरराष्ट्रीय वन्यजीव तस्कर तोताराम के कॉर्बेट पार्क से महज 80 से 100 किलोमीटर दूर पकड़े जाने के बाद पार्क प्रशासन ने पेट्रोलिंग बढ़ा दी है. बता दें कि बीते दिनों अंतरराष्ट्रीय वन्यजीव तस्कर तोताराम को 12 साल बाद उत्तराखंड की एसटीएफ और वन विभाग की टीम ने पकड़ा था, जो पिछले 12 साल से फरार चल रहा था.
जानकारों की मानें तो अगर यह तस्कर कॉर्बेट के इतने पास से पकड़ा गया है तो इसके सदस्य वन विभाग के जंगलों में हो सकते हैं. उसी के चलते कॉर्बेट टाइगर रिजर्व भी अलर्ट मोड़ पर नजर आ रहा है. मामले पर टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि कॉर्बेट पार्क में बड़ी संख्या में बाघ, हाथी अन्य जानवर हैं. इस कारण यह एरिया काफी संवेदनशील माना जाता है. ऐसे में पेट्रोलिंग टीम की ओर से सुबह-शाम लगातार पेट्रोलिंग की जाती है. साथ ही सर्विलांस कैमरे आदि लगाए गए हैं.