ETV Bharat / state

हल्द्वानी पहुंचे अभिनेता संजय मिश्रा, बोले- सिनेमा के प्रति गंभीर नहीं प्रदेश सरकार

फिल्म अभिनेता संजय मिश्रा हल्द्वानी पहुंचे, जहां उन्होंने प्रदेश सरकार को सिनेमा के प्रति लापरवाह बताया. साथ ही बताया कि फिल्म को बढ़ावा देने के लिए सरकार को पहाड़ों पर छोटे-छोटे सिनेमा हॉल खोलना चाहिए, जिससे लोग सस्ती दरों पर अच्छी फिल्में देख सकें.

हल्द्वानी पहुंचे अभिनेता संजय मिश्रा.
author img

By

Published : Jul 27, 2019, 9:55 AM IST

हल्द्वानी: बॉलीवुड फिल्म अभिनेता संजय मिश्रा हल्द्वानी पहुंचे. जहां अभिनेता ने उत्तराखंड सरकार को सिनेमा के प्रति गंभीर नहीं बताया. साथ ही संजय मिश्रा ने बताया कि सरकार अगर फिल्म निर्माताओं को सुविधाएं मुहैया कराए तो पहाड़ पर फिल्म की अपार संभावनाएं हैं. फिल्म को बढ़ावा देने के लिए सरकार को पहाड़ों पर छोटे-छोटे सिनेमा हॉल खोलना चाहिए, जिससे लोग सस्ती दरों पर अच्छी फिल्में देख सकें.

हल्द्वानी पहुंचे अभिनेता संजय मिश्रा.

सिने कलाकार संजय मिश्रा ने बताया कि प्रदेश सरकार फिल्म के प्रति गंभीर नहीं है. मजबूरी में निर्माता उत्तराखंड में आकर फिल्म की शूटिंग करते हैं, क्योंकि फिल्म में उस सीन की डिमांड होती है. पहाड़ में सिनेमा को बढ़ावा देने के लिए सरकार को गंभीर होना पड़ेगा. साथ ही जगह-जगह 70 सीटों वाला पिक्चर हॉल खोला जाना चाहिए, जिससे लोगों को अच्छी फिल्म देखने को मिले, जिससे समाज जागरुक हो सके.

ये भी पढ़ें: तिरंगा लहराकर संजय गुरुंग ने दी थी शहादत, पहाड़ों पर आज भी गूंजते हैं वीरता के किस्से

अभिनेता संजय मिश्रा ने बताया कि फिल्म मनोरंजन के साथ-साथ समाज को भी जागरुक करती है. साथ ही सरकार को फिल्म नीति बनानी चाहिए, जिससे निर्माता उत्तराखंड में ज्यादा से ज्यादा पहुंचे और फिल्म बना सकें.

हल्द्वानी: बॉलीवुड फिल्म अभिनेता संजय मिश्रा हल्द्वानी पहुंचे. जहां अभिनेता ने उत्तराखंड सरकार को सिनेमा के प्रति गंभीर नहीं बताया. साथ ही संजय मिश्रा ने बताया कि सरकार अगर फिल्म निर्माताओं को सुविधाएं मुहैया कराए तो पहाड़ पर फिल्म की अपार संभावनाएं हैं. फिल्म को बढ़ावा देने के लिए सरकार को पहाड़ों पर छोटे-छोटे सिनेमा हॉल खोलना चाहिए, जिससे लोग सस्ती दरों पर अच्छी फिल्में देख सकें.

हल्द्वानी पहुंचे अभिनेता संजय मिश्रा.

सिने कलाकार संजय मिश्रा ने बताया कि प्रदेश सरकार फिल्म के प्रति गंभीर नहीं है. मजबूरी में निर्माता उत्तराखंड में आकर फिल्म की शूटिंग करते हैं, क्योंकि फिल्म में उस सीन की डिमांड होती है. पहाड़ में सिनेमा को बढ़ावा देने के लिए सरकार को गंभीर होना पड़ेगा. साथ ही जगह-जगह 70 सीटों वाला पिक्चर हॉल खोला जाना चाहिए, जिससे लोगों को अच्छी फिल्म देखने को मिले, जिससे समाज जागरुक हो सके.

ये भी पढ़ें: तिरंगा लहराकर संजय गुरुंग ने दी थी शहादत, पहाड़ों पर आज भी गूंजते हैं वीरता के किस्से

अभिनेता संजय मिश्रा ने बताया कि फिल्म मनोरंजन के साथ-साथ समाज को भी जागरुक करती है. साथ ही सरकार को फिल्म नीति बनानी चाहिए, जिससे निर्माता उत्तराखंड में ज्यादा से ज्यादा पहुंचे और फिल्म बना सकें.

Intro:sammry- सिनेमा के प्रति सरकार नहीं है गंभीर। एंकर- हल्द्वानी पहुंचे सिनेमा कलाकार संजय मिश्रा ने कहा कि उत्तराखंड सरकार सिनेमा के प्रति गंभीर नहीं है। सरकार अगर फिल्म निर्माताओं को सुविधाएं मुहैया करे तो पहाड़ पर फिल्म की अपार संभावनाएं है। फिल्म को बढ़ावा देने के लिए सरकार को पहाड़ों पर छोटे-छोटे पिक्चर हॉल खोलना चाहिए जिससे लोग सस्ती दरों पर अच्छी फिल्में देख सके।


Body:हल्द्वानी पहुंचे सीने कलाकार संजय मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार फिल्म के प्रति गंभीर नहीं है। मजबूरी में निर्माता उत्तराखंड में आकर फिल्म की शूटिंग करता है क्योंकि उसके फिल्म में वह सीन देनी होती है। पहाड़ में सिनेमा को बढ़ावा देने के लिए सरकार को गंभीर होना पड़ेगा और जगह-जगह छोटे-छोटे 70 सीटों वाला पिक्चर हॉल खोले जाने चाहिए जिससे कि लोगों को अच्छी फिल्म देखने को मिले जिससे कि इस समाज जागरूक हो सके। उन्होंने कहा कि फिल्म मनोरंजन के साथ साथ समाज को भी जागरूक करता है। उन्होंने कहा कि सरकार को फिल्म नीति बनानी चाहिए जिससे कि निर्माता उत्तराखंड में ज्यादा से ज्यादा पहुंचे और पिक्चर बना सके।


Conclusion:संजय मिश्रा ने कहा कि सरकार सिनेमा के प्रति इसलिए गंभीर नहीं है कि क्योंकि सिनेमा और नदी नाले वोट नहीं देते इसलिए इस पर कोई ध्यान नहीं देता है अगर यह वोट देते तो सरकार इस पर भी ध्यान देती। संजय मिश्रा ने कहा कि वह लगातार फिल्म में काम करते आ रहे हैं और जल्द उनकी कई अच्छी फिल्में सिनेमाघरों में दिखाई देने वाली है। बाइट संजय मिश्रा सिनेमा कलाकार
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.