रामनगर: पहली बार कॉर्बेट टाइगर रिजर्व पार्क (Uttarakhand Corbett Tiger Reserve) में महिलाएं जिप्सियों का स्टीयरिंग संभालती दिखाई देंगी. साथ ही सैलानियों को जंगल सफारी कराकर जंगली जानवरों का नजदीक से दीदार कराएंगी. इसी कड़ी में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में महिला जिप्सी चालकों की भर्ती प्रक्रिया के बाद उन्हें प्रशिक्षण देकर जंगलों से रूबरू कराया गया. सभी महिलाओं को ऊबड़-खाबड़ मार्गों पर कुशलता से वाहन चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है.
तीरथ सरकार में बनी थी योजना: गौर हो कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (Former Chief Minister Tirath Singh Rawat) की घोषणा के बाद कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में पहली बार 50 जिप्सी चालकों की भर्ती को लेकर चयन प्रक्रिया चलाई गई थी. जिसमें 50 महिलाओं में से 45 महिलाओं का आवेदन के बाद चयन हुआ था. जिसमें महिलाओं को देहरादून के एक प्रशिक्षण कॉलेज में वाहन चलाना भी सिखाया गया था. वहीं तब से महिलाएं कॉर्बेट पार्क में जिप्सी चलाने को लेकर इंतजार कर रही थीं.
कॉर्बेट जोन का अनुभव ले रही हैं महिला चालक: वहीं कॉर्बेट प्रशासन द्वारा इन महिलाओं को कॉर्बेट पार्क के बिजरानी जोन के अंदर जिप्सी का प्रशिक्षण देते हुए कॉर्बेट पार्क के जंगलों से रूबरू कराया गया.
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मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद इन महिलाओं को कॉर्बेट प्रशासन द्वारा वीर चंद्र गढ़वाली योजना के तहत जिप्सियां भी ऋण में उपलब्ध करवानी थी. जिसका कार्य भी रुका हुआ है. वहीं पार्क वार्डन ने बताया कि चयनित महिला जिप्सी चालकों को कॉर्बेट पार्क के जंगलों में जिप्सी चलाने का प्रशिक्षण देने के साथ ही अलग-अलग जोनों से रूबरू भी कराया जा रहा है. जिससे महिला जिप्सी चालक कॉर्बेट पार्क के जोनों के बारे में बारीकी से समझ सकें.