हल्द्वानी: शहर में आज किसानों का जमघट है. किसान रेरा (Real Estate Regulatory Authority) एक्ट के खिलाफ महारैली कर रहे हैं. किसानों का आरोप है कि 400 ट्रैक्टरों की परमिशन दिए जाने के बावजूद ट्रैक्टर रैली शहर में नहीं निकालने नहीं दी जा रही है. रैली को जबरन मंडी में रोक दिया गया है. इसलिए किसानों ने वहीं आंदोलन शुरू कर दिया.
हल्द्वानी में किसानों की महारैली: किसानों का कहना है कि प्राधिकरण के रेरा एक्ट (रीयल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवलपमेंट एक्ट) के तहत उनकी जमीनों को बेचने का उनका अधिकार छीना जा रहा है. किसानों ने प्राधिकरण के रेरा एक्ट के आधार पर उनका उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए कई घंटे तक प्रदर्शन किया. इस दौरान पूरा यातायात बाधित रहा. सिटी मजिस्ट्रेट और पुलिस प्रशासन से कई बार की वार्ता के बाद भी दोपहर तक भी कोई नतीजा नहीं निकला था. लिहाजा किसान ट्रैक्टरों के साथ अभी भी आंदोलन में बैठे हुए हैं.
किसानों ने रेरा पर लगाया उत्पीड़न का आरोप: किसानों ने सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए कहा कि रेरा एक्ट (रियल एस्टेट विनियमन एवं विकास अधिनियम) लागू कर छोटे-छोटे किसानों के साथ उत्पीड़न किया जा रहा है. किसानों को अपनी भूमि बेचने में काफी दिक्कत हो रही है. इसके विरोध में जिले के सभी किसान सड़कों पर उतरे हुए हैं. सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह का कहना है कि किसानों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है. किसानों किसी तरह का कोई उत्पीड़न नहीं किया जा रहा है. जो भी किसान हैं, अपने नियम के अनुसार अपनी भूमि को बेच सकते हैं.
सिटी मजिस्ट्रेट ने क्या कहा? सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह ने कहा कि पार्टी डीलर किसानों की भूमि का अधिग्रहण कर उसमें कॉलोनी बना रहे हैं, जिसके खिलाफ सीएम के निर्देश के बाद कार्रवाई की जा रही है. जो भी कॉलोनी काटी जाएगी, वह रेरा के नियम के तहत काटी जायेगी. इस दौरान किसानों ने राज्य सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह किसानों के साथ भेदभाव कर रही है. जिसका नतीजा है कि छोटे किसान अपनी भूमि को बेच नहीं पा रहे हैं. अगर किसी प्रॉपर्टी डीलर को अपनी भूमि बेच रहे हैं, तो उसकी रजिस्ट्री भी नहीं हो रही है. किसानों की महारैली को समर्थन देने कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश भी मौके पर पहुंचे जहां धरने का समर्थन किया.
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