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नैनीताल में लगातार दरक रही पहाड़ियां, पर्यावरणविदों ने जताई चिंता - Environmentalist Prof. Ajay Rawat

नैनीताल की पहाड़ियों पर लगातार हो रहा भूस्खलन चिंता का सबब बनता जा रहा है. जिसकी मुख्य वजह नैनीताल की पहाड़ियों पर दबाव पड़ना बताया जा रहा है.

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नैनीताल में दरक रही पहाड़ियां
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Published : Sep 24, 2021, 7:02 AM IST

Updated : Sep 24, 2021, 7:11 AM IST

नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल की पहाड़ियों में इन दिनों चौतरफा भूस्खलन हो रहा है. जिसकी मुख्य वजह नैनीताल की पहाड़ियों पर दबाव पड़ना बताया जा रहा है. वहीं पर्यावरणविद् अजय रावत ने कहा कि नैनीताल राजभवन रोड,बिरला रोड बेहद संवेदनशील है और इन पहाड़ियों की स्थिति ब्रिटिश शासकों को पहले से पता थी. जिस वजह से ब्रिटिश शासकों के द्वारा इस पहाड़ी पर बनी सड़क पर केवल पैदल चलने की अनुमति व घुड़सवारों को चलने की अनुमति दी थी.

अजय रावत ने आगे कहा कि अगर कोई ब्रिटिश भी इन सड़कों पर गाड़ी ले जाने का प्रयास करता तो उनको भी सजा जी जाती थी. जिस वजह से नैनीताल की सभी पहाड़ियां लंबे समय तक सुरक्षित रही. लेकिन अब इन पहाड़ियों में तेजी से निर्माण हो रहा है और दिनों-दिन वाहनों के दबाव से पहाड़ियां दरक रही हैं.जिससे नैनीताल के अस्तित्व पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं.

नैनीताल में लगातार दरक रही पहाड़ियां.

पढ़ें-24 सितंबर को टिहरी झील का जलस्तर 830 मीटर तक भरा जाएगा! बिजली उत्पादन में बढ़ोतरी

बदलते समय के साथ-साथ इस सड़क पर बड़े बड़े वाहन चलने लगे साथ ही क्षेत्र में तेजी से अवैध निर्माण भी हुए हैं जिससे रावभवन रोड, डीएसबी कॉलेज, रैम्जे क्षेत्र, बिरला रोड़ क्षेत्र की पहाड़ी बेहद सवेदनशील हो गई है. जिसके चलते आज पहाड़ी पर जगह जगह भूस्खलन की समस्या देखने को मिल रही है. अजय रावत बताते हैं कि जिस तरह से वाहन शहर के भीतर की कमजोर पहाड़ियों पर दौड़ते हैं, उससे आने वाले समय में अन्य पहाड़ियों पर भी इसी तरह की घटनाएं देखने को मिल सकती हैं.

नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल की पहाड़ियों में इन दिनों चौतरफा भूस्खलन हो रहा है. जिसकी मुख्य वजह नैनीताल की पहाड़ियों पर दबाव पड़ना बताया जा रहा है. वहीं पर्यावरणविद् अजय रावत ने कहा कि नैनीताल राजभवन रोड,बिरला रोड बेहद संवेदनशील है और इन पहाड़ियों की स्थिति ब्रिटिश शासकों को पहले से पता थी. जिस वजह से ब्रिटिश शासकों के द्वारा इस पहाड़ी पर बनी सड़क पर केवल पैदल चलने की अनुमति व घुड़सवारों को चलने की अनुमति दी थी.

अजय रावत ने आगे कहा कि अगर कोई ब्रिटिश भी इन सड़कों पर गाड़ी ले जाने का प्रयास करता तो उनको भी सजा जी जाती थी. जिस वजह से नैनीताल की सभी पहाड़ियां लंबे समय तक सुरक्षित रही. लेकिन अब इन पहाड़ियों में तेजी से निर्माण हो रहा है और दिनों-दिन वाहनों के दबाव से पहाड़ियां दरक रही हैं.जिससे नैनीताल के अस्तित्व पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं.

नैनीताल में लगातार दरक रही पहाड़ियां.

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बदलते समय के साथ-साथ इस सड़क पर बड़े बड़े वाहन चलने लगे साथ ही क्षेत्र में तेजी से अवैध निर्माण भी हुए हैं जिससे रावभवन रोड, डीएसबी कॉलेज, रैम्जे क्षेत्र, बिरला रोड़ क्षेत्र की पहाड़ी बेहद सवेदनशील हो गई है. जिसके चलते आज पहाड़ी पर जगह जगह भूस्खलन की समस्या देखने को मिल रही है. अजय रावत बताते हैं कि जिस तरह से वाहन शहर के भीतर की कमजोर पहाड़ियों पर दौड़ते हैं, उससे आने वाले समय में अन्य पहाड़ियों पर भी इसी तरह की घटनाएं देखने को मिल सकती हैं.

Last Updated : Sep 24, 2021, 7:11 AM IST
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