नैनीतालः उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति की किसी से छिपी नहीं है. आलम ये है कि सूबे के कई अस्पतालों में डॉक्टर नहीं हैं. जहां पर डॉक्टर तैनात भी हैं तो वहां पर दवाइयां और अन्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं है. ऐसे में मरीजों को समय पर बेहतर इलाज नहीं पाता है. वहीं, जिले में लगातार स्वास्थ्य सेवाओं में हो रही गिरावट को लेकर डीएम सविन बंसल ने स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए.
बैठक में जिलाधकारी सविन बंसल ने आला अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. जिससे मरीजों को किसी प्रकार की दिक्कतें ना हो और इलाज के लिए मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों का रुख ना करना पड़े. डीएम बंसल ने कहा कि जिले के कई अस्पतालों में उपकरण की काफी आवश्यकता है. जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.
ये भी पढ़ेंः सूबे के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल का हाल बदहाल, ICU में घुसा बारिश का पानी
उन्होंने कहा कि अधिकारियों और डॉक्टरों की काउंसलिंग की जरूरत है. जिस पर विचार किया जा रहा है. साथ ही कहा कि जिन अस्पतालों, प्राथमिक समुदाय केंद्रों में डॉक्टर और टेक्नीशियन के पद रिक्त हैं, उनकी सूची उपलब्ध कराने और उन पदों पर जल्द से जल्द डॉक्टरों की नियुक्ति करने के निर्देश दिए गए हैं.
पहाड़ी क्षेत्रों में 108 एंबुलेंस सेवा के ना पहुंचने की शिकायत पर डीएम ने 108 कर्मियों को जमकर फटकार भी लगाई. उन्होंने कहा कि पहाड़ों में नए 108 एंबुलेंस सेवा के लिए केंद्र तय किए हैं. जिससे इमरजेंसी के दौरान जल्द से जल्द एंबुलेंस पहुंच सके और मरीजों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया जा सके.
ये भी पढ़ेंः 23 अगस्त को दिल्ली में सम्मानित होंगे IAS दीपक रावत, केंद्र से आई चिट्ठी
वहीं, डीएम ने सीएमओ को बीडी पांडे अस्पताल और हल्द्वानी के बेस अस्पताल में 2 बजे के बाद भी मरीजों के लिए पैथोलॉजी लैब खोलने के निर्देश दिए. जिससे मरीजों को खून, यूरिन, ब्लड समेत अन्य जांचों के लिए प्राइवेट क्लिनिकों का रुख ना करना पड़े. साथ ही अस्पताल में पैथोलॉजी लैब में स्टाफ की कमी को पूरा करने के आदेश भी दिए.