रामनगरः भारत में मनाए जाने वाले त्योहारों में दीपावली का त्योहार मुख्य माना जाता है. लेकिन इस बार की दीपावली कुछ फीकी पड़ती दिखाई दे रही है. इसका कारण लोगों की जेब में पैसा न होना है. जिसका मुख्य कारण किसानों की फसल खेतों में खड़े रहना है. फसलों के न कटने की वजह से किसानों के पास पैसा नहीं है. इसलिए धनतेरस पर अपेक्षित चहल-पहल नहीं दिखी. रामनगर और आसपास का क्षेत्र किसान बाहुल्य क्षेत्र है. व्यापारियों की किसानों से काफी उम्मीदें रहती हैं.
दुकानदार भी यही वजह बता रहे हैं. इसके साथ-साथ देश में छाई मंदी भी माना जा रहा है. जिसका असर आम आदमी की जेबों पर भी पड़ा. कुछ भी खरीदने के लिए उन्हें बहुत सोचना पड़ रहा है. इसलिए खरीददार बाजारों में कम ही दिखाई दे रही हैं. इसके अलावा इसकी तीसरी वजह यह मानी जा रही है कि लोग अब ऑनलाइन खरीददारी ज्यादा कर रहे हैं. जिस कारण लोग बाजारों में खरीददारी के लिए नहीं आ पा रहे हैं.
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दीपावली पर व्यापारियों को काफी उम्मीदें रहती हैं. साल भर वे इसका इंतजार करते हैं लेकिन बाजारों में ग्राहकी न दिखने से उनके चेहरे पर मायूसी दिखी. जब त्योहार के समय जेब खाली हो तो लोगों का दुखी होना लाजिमी है. इस रोशनी के त्योहार की चमक फीकी पड़ जाती है.