हल्द्वानी: शारदीय नवरात्रि 2022 (Sharadiya Navratri 2022) के मौके पर उत्तराखंड में पश्चिम बंगाल और गुजरात की संस्कृति देखने को मिली. लालकुआं में आयोजित दुर्गा पूजा महोत्सव में जहां पश्चिम बंगाल से आए पुजारियों ने बंगाली संस्कृति की तर्ज पर मां दुर्गा की आराधना की तो वहीं महिलाओं ने गुजराती परिधान में जमकर डांडिया खेला. इस दौरान लोगों ने गरबा का जमकर लुत्फ (Garba dance Lalkuan) भी उठाया.
उत्तराखंड में भी धूमधाम से मां दुर्गा की आराधना की गई. नैनीताल के लालकुआं में दुर्गा पूजा महोत्सव का आयोजन किया गया है, जो कई मायनों में खास रहा. पूरे दुर्गा महोत्सव में बंगाली (Bengali Culture) और गुजराती संस्कृति (Gujarati Culture) का समावेश देखने को मिला. एक ओर पश्चिम बंगाल की तर्ज पर दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया. जिसमें बांग्ला वाद्य यंत्र पर पुजारियों ने मां भगवती की विधि विधान से आराधना की. साथ ही छोटे बच्चे बांग्ला वाद्य यंत्र पर नृत्य के माध्यम से मां दुर्गा की स्तुति करते दिखे.
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वहीं, महिलाओं ने गुजराती परिधान में गरबा खेल (Women Played Garba in Gujarati Dress) कर नवरात्रि का महोत्सव मनाया. दुर्गा पूजा महोत्सव (Lalkuan Durga Puja Mahotsav) के आयोजकों का कहना है कि लालकुआं में पिछले कई दशकों से दुर्गा पूजा का आयोजन हो रहा है. जहां सभी वर्ग के लोग शामिल होते हैं और इस महोत्सव का जमकर लुफ्त उठाते हैं. इस महोत्सव में विभिन्न संस्कृतियों की झलक भी देखने को मिलती है.